नई दिल्ली: जाने भी दो यारो, साराभाई वर्सेस साराभाई, मैं हूं ना, कल हो ना हो, फना और ओम शांति ओम जैसी फिल्मों और टीवी शोज में काम कर चुके सतीश शाह (Satish Shah) अब इस दुनिया में नहीं रहे। कॉमिक टाइमिंग के लिए मशहूर सतीश ने 25 अक्टूबर 2025 को 74 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।
सतीश शाह लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। वह हिंदुजा अस्पताल में भर्ती थे। सतीश के निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर लोग अभिनेता के जाने पर दुख जाहिर कर रहे हैं।
उन्होंने चार दशक तक फिल्म और टेलीविजन की दुनिया में काम किया। ‘हम साथ-साथ हैं’, ‘मैं हूं ना’, ‘कल हो ना हो’, ‘कभी हां कभी ना’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘ओम शांति ओम’ और ‘जाने भी दो यारो’ जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय से अपनी अलग पहचान स्थापित की। उन्होंने ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ में इंद्रवदन साराभाई का रोल निभाया था। 970 में सतीश को फिल्म भगवान परशुराम में एक छोटा सा रोल मिला था। यही से उनके अभिनय करियर की शुरुआत हुई। उनका जन्म साल 1951 में एक गुजराती परिवार में हुआ। साल 1984 में कुंदन शाह और मंजुल सिन्हा के सिटकॉम ‘ये जो है जिंदगी’ ने सतीश शाह को घर-घर तक पहुंचा दिया। साल 2004 से 2006 तक चलने वाले सिटकॉम साराभाई वर्सेस साराभाई में सतीश के इंद्रवदन साराभाई की भूमिका आज भी लोगों को याद है। उससे पहले वह ‘फिल्मी चक्कर’ और ‘घर जमाई’ में भी काम कर चुके थे।दर्शकों को ‘उमराव जान’ और ‘अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है’ में भी सतीश की झलक दिखी। उनकी शानदारी कॉमेडी को आज भी लोग याद करते हैं। 90 के दशक में सतीश शाह ने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘हम आपके हैं कौन’, हीरो नंबर-1, ‘मैं हूं ना’ और ‘फना’ जैसी हिट फिल्मों में बेहतरीन अभिनय से सबका ध्यान खींचा। साल 2014 में आई फिल्म ‘हमशकल्स’ उनकी आखिरी फिल्म थी।