दयानन्द स्कूल शिमला में जीवविज्ञान (Biology) पर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर की कार्यशाला आयोजित
दयानन्द स्कूल शिमला में जीवविज्ञान (Biology) पर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर की कार्यशाला आयोजित
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था शिक्षकों के कौशल को निखारना तथा अध्यापन प्रक्रिया को और अधिक प्रभावशाली बनाना
शिक्षकों का नवीनतम प्रवृत्तियों और तकनीकों से परिचित होना आवश्यक : प्रधानाचार्या अनुपम
शिमला : दयानन्द पब्लिक स्कूल शिमला में 29 और 30 सितम्बर को सीबीएसई ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ (COE) पंचकूला के तत्वावधान में वरिष्ठ माध्यमिक स्तर की जीवविज्ञान (Biology) पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विभिन्न सी.बी.एस.ई. विद्यालयों, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से कुल 50 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में भाग लिया।
इस कार्यशाला में संसाधन व्यक्तियों के रूप में एस.पी. सिंह और सुश्री शिखा शर्मा ने शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के कौशल को निखारना तथा अध्यापन प्रक्रिया को और अधिक प्रभावशाली बनाना था ताकि वे विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक जिज्ञासु एवं रचनात्मक वातावरण तैयार कर सकें। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और डीएवी गान के साथ हुआ। संसाधन व्यक्तियों का स्वागत पौधों के माध्यम से किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ हरित विश्व का संदेश दिया गया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या अनुपम ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सतत व्यावसायिक विकास (Continuous Professional Development) की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का नवीनतम प्रवृत्तियों और तकनीकों से परिचित होना आवश्यक है ताकि वे विद्यार्थियों को अद्यतन जान प्रदान कर सकें और उनकी समस्या समाधान क्षमता व आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित कर सकें।
कार्यशाला में डेल्स कोन ऑफ एक्सपीरियंस, अनुभवात्मक अधिगम, गैग्ने के 9 इवेंट्स ऑफ इंस्ट्रक्शन, आईसीटी टूल्स के प्रयोग, माइंड मैपिंग, फ्लोचार्ट निर्माण, जीवविज्ञान प्रयोगात्मक कौशल, मूल्यांकन की नवीन पद्धतियाँ रुब्रिक डिज़ाइनिंग तथा कम्पिटेंसी बेस्ड प्रश्नपत्र निर्माण जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यशाला का समापन अत्यंत सफलतापूर्वक हुआ जिसमें शिक्षकों को नवीन शिक्षण पद्धतियों और नवीनीकृत उत्साह से सुसज्जित किया गया ताकि वे कक्षा शिक्षण को और अधिक प्रभावशाली बना सकें।