- जाखू में वनीकरण अभियान में लिया भाग
- हिमाचल प्रदेश में गौवंश संवर्धन बोर्ड का गठन
शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जाखू मन्दिर में आज पुजारियों के लिए आवासों तथा ‘बाल प्रमोद वन’ के लोकार्पण के उपरान्त पत्रकारों से बार्तालाप के दौरान कहा कि गऊओं तथा अन्य आवारा पशुओं के संरक्षण तथा उन्हें आश्रय प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश में ‘गौ वंश संवर्धन बोर्ड’ का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार चरणवद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में इस प्रकार के आवारा पशुओं के लिए आश्रय गृह खोलेगी ताकि उनकी समुचित देखभाल व चारा उपलब्ध हो सके।
जीएसटी पर बोलते हुए वीरभद्र सिंह ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) यूपीए सरकार की पहल थी तथा उस वक्त भाजपा ने इसका विरोध किया था और अब, जब रास्ता साफ हो गया है, मैं केवल इतना कहूंगा कि ‘देर आए दुरूस्त आए’। उन्होंने कहा कि जीएसटी एक बड़ा सुधार है, जो देश में एक समान बाजार उपलब्ध करवाएगा।
शहरी एवं नगर नियोजन विधेयक में हाल ही के संशोधनों के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध निर्माणों के नियमितिकरण के लिए मानदण्ड सरकार द्वारा आंकलन के उपरान्त तथा जनता के सुझावों व अभिवेदनों को ध्यान में रखते हुए आम जनता के लिए तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तासीन कांग्रेस के प्रत्येक प्रयास की आलोचना करना भाजपा की आदत है।
रियो-डी-जेनेरियो आॅलोम्पिक में कुछ जन प्रतिनिधियों द्वारा अपना गुणगान करने के मामले पर पूछे एक एक सवाल पर श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक को देश के आचार एवं नियमों का पालन करना चाहिए, जिसके लिए वे आॅलोम्पिक में गए हैं। उन्हें प्रोटोकोल का सम्मान करना चाहिए तथा खिलाडियों के उत्साहवर्धन के लिए दर्शक दीर्घा में होना चाहिए।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने जाखू मन्दिर न्यास तथा जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित वनीकरण अभियान में भाग लिया। उन्होंने इस अवसर पर पौधरोपण भी किया। एसएसबी के जवानों तथा बड़ी संख्या में सभी बच्चों ने जाखू पहाड़ियों पर पौधे लगाए। मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध हनुमान मन्दिर में पूजा-अर्चना की और सार्वजनिक लंगर में भाग लिया।












