हिमाचल: प्रदेश में मौसम के खराब होने के आसार

मण्डी: 33 केवी बजौरा-थलौट क्षतिग्रस्त लाइन दो से तीन दिन में होगी बहाल

भूस्खलन से बिजली व्यवस्था प्रभावित, विद्युत बोर्ड ने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की

मण्डी: वरिष्ठ अधिशासी अभियंता, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड, विद्युत मंडल थलौट जितेंद्र बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बरसात में पिछले दो महीनों से हो रही भारी वर्षा, बाढ़, भूस्खलन तथा पेड़ गिरने के कारण आई प्राकृतिक आपदा से मंडल के अधीन आने वाली विभिन्न लाइनों को भारी क्षति पहुँची है। इस कारण विद्युत आपूर्ति बार-बार बाधित हो रही है। विभाग लगातार लाइनों की मरम्मत कर आपूर्ति बहाल कर रहा है, किंतु बार-बार हो रहे भूस्खलन एवं पेड़ों के गिरने से ये लाइनें पुनः क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।

उन्होंने बताया कि थलौट विद्युत मंडल को आपूर्ति करने वाली मुख्य 33 केवीए बजौरा-थलौट तथा 33 केवी पंडोह-थलौट ट्रांसमिशन लाइनें विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा व भूस्खलनों से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुई हैं। परिणामस्वरूप, थलौट विद्युत मंडल के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र थलौट, बंजार, जीभी, बाहू, लारजी, सैंज, बालीचौकी तथा आसपास के इलाकों में विद्युत आपूर्ति पूर्णतः बाधित हुई है।

उन्होंने कहा कि 33 केवी बजौरा-थलौट लाइन की बहाली कार्य को प्राथमिकता दी गई है। इस कार्य के लिए लगभग 50 से 60 कर्मचारियों की एक समर्पित टीम तैनात की गई है और अनुमान है कि मरम्मत कार्य पूर्ण करने में दो से तीन दिन का समय लगेगा। बंजार, बालीचौकी, औट और सैंज सहित प्रभावित क्षेत्रों में वितरण नेटवर्क की मरम्मत भी युद्ध स्तर पर की जा रही है, ताकि शीघ्र विद्युत आपूर्ति बहाल हो सके।

वरिष्ठ अधिशासी अभियंता ने बताया कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में क्षतिग्रस्त लाइनों को बहाल करना एक गंभीर चुनौती है, फिर भी विद्युत विभाग पूरी निष्ठा के साथ कार्य कर रहा है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के सभी उपभोक्ताओं से धैर्य और सहयोग की अपील की है तथा आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही विद्युत आपूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।

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