हिमाचल: मण्डी में बादल फटने से तीन लोगों की मौत; घरों को नुकसान, मलबे में दबी कई गाड़ियां

हिमाचल: प्रदेश के मण्डी जिले में भारी बारिश ने फिर तबाही मचाई है। बादल फटने से मंडी शहर के जेल रोड़ में तीन लोगों की पानी के तेज बहाव में बहने से मौत हो गई। एक महिला का शव मलबे में दबी गाड़ियों के बीच में फंसा हुआ था, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकला गया। मृतकों में महिला, उनका बेटा और देवर शामिल हैं। जबकि महिला का पति घायल हो गया।  मलबे में फंसे कई लोगों को खिड़कियां तोड़कर बाहर निकाला गया।  मंडी सदर क्षेत्र के सभी शिक्षण संस्थान मंगलवार को बंद रखे गए। बादल फटने के बाद आई बाढ़ में कई गाड़ियां, बाइक, स्कूटी, ऑटो मलबे में दब गए हैं और कुछ बह गए। 

मृतकों में बलबीर सिंह पुत्र कृष्ण सिंह, अमनप्रीत सिंह उर्फ सनी पुत्र दर्शन सिंह व सपना पत्नी दर्शन सिंह के रूप में हुई है। एक व्यक्ति दर्शन सिंह घायल है और उपचार के लिए मंडी के क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  सुबह नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विधायक सदर अनिल शर्मा, नगर निगम के मेयर वीरेंद्र भट्ट, कमीशनर रोहित राठौर और अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।  एसपी मंडी साक्षी वर्मा भी मौके पर माैजूद रहीं। 

राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी: DC अपूर्व देवगन

उपायुक्त मण्डी अपूर्व देवगन ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार तड़के लगभग 3.30 बजे मण्डी  शहर के वार्ड नंबर 5 (जेल रोड व पैलेस क्षेत्र) में अत्यधिक वर्षा से फ़्लैश फ्लड की घटना सामने आई है, जिसमें तीन लोगों की दुःखद मृत्यु की पुष्टि हुई है और एक व्यक्ति घायल हुआ है। तेज़ बहाव में बहे चार व्यक्तियों में से तीन के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि घायल व्यक्ति का उपचार ज़ोनल अस्पताल में किया जा रहा है। मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रूपए तथा गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 10 हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान की गई है। प्रारंभिक सूचना के अनुसार 5 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, लेकिन पशु हानि की कोई रिपोर्ट नहीं है। संपत्ति और वाहन आदि के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रभावितों के लिए गुरुद्वारे में राहत शिविर स्थापित किया गया है, जिसमें अब तक 22 लोगों को अस्थायी आश्रय दिया गया है। इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 10 में प्रभावित परिवारों को 20 तिरपालें वितरित की गई हैं।

रेस्क्यू में सभी फंसे लोग सुरक्षित निकाले गए

उन्होंने बताया कि इस दौरान 198 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जिससे पास के नाले का जल बहाव रिहायशी इलाकों की ओर मुड़ गया और ज़ोनल अस्पताल तथा जेल रोड कल्याण धाम आश्रम क्षेत्र में कई घरों में पानी भर गया। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग, पुलिस, होमगार्ड और स्थानीय नागरिकों की सहायता से तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाया गया, जिसके तहत घरों में फंसे लगभग 32 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

संयुक्त टीमें मौके पर तैनात रहीं

उपायुक्त ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, होमगार्ड, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम मंडी की टीमें संयुक्त रूप से राहत व बचाव कार्यों में लगी रहीं। जिला प्रशासन स्थिति पर पूरी निगरानी बनाए हुए है और ज़रूरत के अनुसार हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा मंडी शहर के पुलघराट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की सूचना प्राप्त हुई, हालांकि इसमें किसी प्रकार के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। धर्मपुर में लोक निर्माण विभाग कार्यालय के पास भी भूस्खलन की घटना हुई है। आपदा प्रतिक्रिया दलों गद्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं।

मुख्यमंत्री ने माण्डी शहर में बादल फटने की घटना से लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज सुबह मंडी शहर में बादल फटने के कारण तीन लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलने पर जिला के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर तुरन्त राहत और बचाव कार्यों का युद्ध स्तर पर संचालन किया।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार प्रभावितों के साथ है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया

 बादल फटने के बाद सुबह नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी जेल रोड पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। इस दौरान डीसी मंडी भी मौजूद रहे। उनके साथ विधायक मंडी सदर अनिल शर्मा भी मौजूद रहे। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जिला मंडी के जेल रोड में बादल फटने की घटना पर दुख व्यक्त किया है।

प्रभावित पहुंचे राहत शिविरों में, जिला प्रशासन का जताया आभार

मंगलवार तड़के मंडी शहर में हुई अत्यधिक वर्षा से प्रभावित लोगों को जिला प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर राहत शिविरों में ठहराया है। त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रशासन द्वारा आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए गए, जिससे प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता मिल सकी।

प्रभावित क्षेत्रों से निकाले गए परिवारों को स्थानीय गुरुद्वारे में स्थापित राहत शिविर में स्थानांतरित किया गया, जहां उनके रहने, भोजन और प्राथमिक चिकित्सा की समुचित व्यवस्था की गई है।

राहत शिविर में पहुंचे लोगों ने जिला प्रशासन, होमगार्ड, पुलिस, नगर निगम तथा अन्य राहत एजेंसियों के प्रयासों की सराहना करते हुए त्वरित सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तत्परता, संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण से उन्हें इस कठिन समय में बड़ा संबल मिला।

जिला प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई कि राहत शिविरों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं तथा प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता देने के लिए टीमें लगातार सक्रिय हैं।

ग्राऊंड जीरो पर डटे रहे उपायुक्त, राहत कार्यों में होमगार्ड जवानों ने निभाई अहम भूमिका

मंगलवार तड़के मंडी शहर में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण भूस्खलन व फ्लैश फ्लड की घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्यों में जिला प्रशासन सहित आपदा प्रंबंधन से जुड़ी सभी एजेंसियां व विभाग पूरी तरह मुश्तैद रहे। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने स्वयं ग्राऊंड जीरो पर पहुंचकर राहत एवं बचाव अभियान का नेतृत्व किया। विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी भी उनके साथ मौके पर मौजूद रहे।

घटना के दौरान होमगार्ड के जवानों ने भी सराहनीय एवं निर्णायक भूमिका निभाई। जैसे ही घटना की सूचना प्राप्त हुई, होमगार्ड के 25 जवान तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रेस्क्यू कार्य शुरू किया। जवानों ने आपदा में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया, सड़कों पर फंसी गाड़ियों को बाहर निकाला और अवरुद्ध मार्गों को खोलने में मदद की।

उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग, पुलिस, लोक निर्माण विभाग तथा नगर निगम मंडी के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए तिरपाल वितरण, यातायात व्यवस्था तथा जनसुरक्षा सुनिश्चित करने में भी सक्रिय भागीदारी निभाई।

होमगार्ड जवानों की तत्परता और सेवा भावना के कारण राहत कार्यों को समय रहते सुचारू रूप से संचालित किया जा सका।

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