नड्डा पर आरोप लगाने से पहले हिमाचल में उनके द्वारा किए विकास कार्यों की सूची पढ़ ले कांग्रेस सरकार – राकेश जमवाल

मण्डी: हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार आज हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। अपनी इस नाकामी से जनता का ध्यान भटकाने के लिए अब यह सरकार केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं पर निराधार, झूठे और भ्रामक आरोप लगाने में लगी है। लेकिन अब प्रदेश की जनता कांग्रेस के झूठ को पहचान चुकी है।भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और उनके मंत्री राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के हर दौरे के बाद केंद्र सरकार को घेरने की असफल कोशिश करते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि भाजपा अध्यक्ष नड्डा हिमाचल के सपूत है और इसका लाभ हिमाचल को मिल रहा है। उनके द्वारा समय- समय पर हिमाचल के विकास के लिए अलग -अलग परियोजनाएं हिमाचल को मिली है वे हिमाचल के लिए दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने उपमुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का दौरा पूरी तरह जनकल्याण और विकास की दृष्टि से था। जहां तक आपदा राहत का सवाल है, केंद्र सरकार ने तुरंत NDRF की टीमें भेजीं, और केंद्र से मिली हर सहायता का लेखा-जोखा राज्य सरकार के पास मौजूद है। लेकिन कांग्रेस सरकार ने समन्वय और काम करने की बजाय सारा समय बयानबाज़ी में बर्बाद कर दिया।

मेडिकल डिवाइस पार्क, बल्क ड्रग पार्क, रेलवे लाइन और सड़क परियोजनाएं – ये सब केंद्र सरकार की देन हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए ₹100 करोड़ की केंद्रीय सहायता स्वीकृत हुई, ₹25 करोड़ की पहली किश्त जारी भी हुई, लेकिन कांग्रेस सरकार ने शर्मनाक तरीके से वह राशि यह कहकर लौटा दी कि वे योजना नहीं बना सकते। अब यह सरकार कह रही है कि ज़मीन सस्ते में उद्योगपतियों को देनी पड़ती, लेकिन अगर शर्तों पर आपत्ति थी तो पहले क्यों नहीं बताया? और अब जब यह योजना राज्य खुद करेगा, तो उसका DPR कहां है? फंडिंग और टेंडर की प्रक्रिया कहां है?

राकेश जमवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार को यह तक नहीं पता कि GST कानून केंद्र और राज्य दोनों की भागीदारी से चलता है। मेडिकल डिवाइस पार्क से मिलने वाला रोज़गार, निवेश और सहयोगी उद्योग हिमाचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देता, लेकिन कांग्रेस सिर्फ झूठ और भ्रम फैलाने में लगी है। और जहां तक बिजली की सब्सिडी की बात है, कांग्रेस सरकार आज तक मुफ्त बिजली देने के झूठे वादे कर रही है, मगर जब उद्योगों को राहत देने की बारी आती है, तब यह सरकार पीछे हट जाती है – यही दोगली नीति इस सरकार की पहचान बन चुकी है।

31 मार्च को हिमाचल प्रदेश की ट्रेजरी बंद रहना इस बात का सबसे बड़ा सबूत है कि प्रदेश आर्थिक दिवालियेपन की स्थिति में पहुंच चुका है। सरकारी खजाना खाली है, वेतन देने की स्थिति नहीं, योजनाएं अधर में लटकी हैं और कांग्रेस सरकार सिर्फ झूठे दोषारोपणों में व्यस्त है।

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