नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज पुणे में स्मार्ट सिटी मिशन और अमृत की पहली वर्षगांठ समारोह में शामिल हुए। समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा चलन देखने में आ रहा है जहां शहर विकास के पथ पर एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जन भागीदारी की भावना के साथ विकास कार्यों में एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करने का यह एक सकारात्मक माहौल है। उन्होंने शहर के लोगों को अपने क्षेत्र के विकास के निर्णय खुद लेने पर जोर दिया उन्होंने कहा कि इस तरह निर्णय दिल्ली में बैठकर नहीं लिये जा सकते। उन्होंने कहा कि सहभागी प्रशासन की भावना काफी महत्वपूर्ण् है। उन्होने कहा कि एक समय था जब शहरीकरण को एक समस्या के रूप में देखा जाता था लेकिन आज इसे एक अवसर के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि शहर एक विकास केन्द्र हैं जिसमें लोगों की परेशानियों को दूर करने की क्षमता है। प्रधानमंत्री ने शहरों द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान देने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
इससे पहले, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों ने विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विशाखापत्तनम, ओडिशा और राजस्थान से समारोह को संबोधित किया और अपने विचार साझा किये। प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी नेट पोर्टल और पुणे की स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया। उन्होंने ‘ मेक् योअर सिटी स्मार्ट ‘ प्रतियोगिता की शुरूआत की।