शिमला: नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कोटखाई उत्सव के समापन समारोह के उपलक्ष पर स्थानीय लोगों को कोटखाई उत्सव की बधाई दी और कांग्रेस की वर्तमान सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार हिमाचल प्रदेश में विकास करवाने में बुरी तरह असफल हुई है। उन्होनें कांग्रेस सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें विपक्ष के नेताओं को कोसने के बजाए जनता के सामने विकासरूपी रेखा को बड़ा करना चाहिए। उन्होनें कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने हिमाचल प्रदेश में विकास तो कुछ नहीं किया लेकिन जिन विकास कार्यों की नीव और उनके लिए बजट का प्रावधान भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सरकार ने किया था, उन सारे कार्यों को रोक दिया गया है और जो शिलान्यास पट्टिकाएं लगाई गई थी उन्हें हटाकर वीरभद्र सिंह अपने नाम की पट्टिकाएं लगा रहे हैं।
प्रो. धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नसीहत देते हुए कहा कि पत्थर का आकार छोटा या बड़ा करने से कुछ नहीं होगा, अगर विकास में नम्बर एक बनना है तो विकास की लाईन को लम्बी खींचे। प्रो. धूमल ने आगे कहा कि प्रदेश में हर तरफ भ्रष्टाचार है। सरकार ने सत्ता में आते ही बेरोजगारों व कर्मचारियों के साथ धोखा किया। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने विधान सभा चुनावो से पहले परवाणु में प्रैस वार्ता करके कर्मचारियों को 4-9-14 का लाभ जनवरी 2006 से देने का वायदा किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद कर्मचारियों को 2012 से 4-9-14 का लाभ देने की बात कही, लेकिन उसमें भी कई विसंगतियां है।
इस दौरान शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद वीरेन्द्र कश्यप ने कहा कि केन्द्र सरकार प्रदेश को उदारता के साथ धन दे रही है। प्रदेश को बिना भेदभाव के धन दिया जा रहा है और अब प्रदेश सरकार को दिए धन का सदुपयोग करना चाहिए। उन्होनें प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार केन्द्र सरकार से मिले धन का दुरूपयोग कर रही है।