बिलासपुर: बिलासपुर जिला में कृषि विभाग, कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आतमा) द्वारा शुक्रवार को प्राकृतिक खेती से उत्पादित मक्की की खरीद शुरू कर दी गई। इसका शुभारंभ उपयुक्त बिलासपुर, आबिद हुसैन सादिक ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना केवल किसानों के लिए लाभदायक नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस कार्यक्रम में परियोजना निदेशक, आतमा बिलासपुर, डॉ. तपेन्द्र गुप्ता ने जानकारी दी कि प्राकृतिक खेती से उत्पादित मक्की का समर्थन मूल्य 30 रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं, जिससे उन्हें प्राकृतिक खेती के प्रति आकर्षित किया जा सके।
किसानों ने मक्की को बेचने के लिए बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस पहल से न केवल किसानों को अच्छा मूल्य प्राप्त होगा, बल्कि यह उन्हें अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी प्रेरित करेगा।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि विभाग इसका रखरखाव खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता विभाग के माध्यम से कर रहा है, ताकि मक्की की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके और इसे समय पर बाजार में उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि आज 27 किसानों से 51.80 क्विंटल मक्की की खरीद की गई है, जो इस कार्यक्रम की सफलता का संकेत है।
अंत में, उन्होंने सभी किसानों से अपील की कि वे प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ें, जिससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि यह हमारे पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होगा।