हिमाचल: प्रदेश विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पहली बार 11 दिन चला सेशन
हिमाचल: प्रदेश विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पहली बार 11 दिन चला सेशन
हिमाचल: प्रदेश विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने मंगलवार को मानसून सत्र की समाप्ति के साथ ही विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। 11 दिनों तक चले मानसून सत्र की कार्यवाही 53 घंटे तक चली। इस दौरान 729 प्रश्न पूछे गए, नियम 62 में 14 और नियम 63 में एक विषय पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने सेशन के खत्म होने पर कहा पहली बार ऐसा हुआ है कि विधानसभा का मानसून सेशन 11 दिन तक चला। पहले सेशन 10 दिन का निर्धारित किया गया था और बाद में इसे एक दिन के लिए बढ़ाया गया।
मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए विधान सभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि चौदहवीं विधान सभा का षष्टम सत्र अपेक्षा अनुरूप पूर्ण सफलता के साथ सम्पन्न हुआ है। यह सत्र 27 अगस्त से आरम्भ हुआ था तथा 10 सितम्बर तक चला। इस सत्र में कुल 11 बैठकों का अयोजन किया गया जिसकी कार्यवाही लगभग 53 घण्टे तक चली। इस तरह सत्र की उत्पादकता 96 प्रतिशत रही।
उन्होंने कहा कि सदन की बैठकें 9 सितम्बर तक निर्धारित थीं लेकिन सदन की सहमति से बैठक एक दिन के लिए और बढ़ाई गई। सत्र के पहले दिन पूर्व विधायक स्वर्गीय दौलत राम चौधरी, पूर्व विधायक नारायण सिंह स्वामी तथा पूर्व विधायक टेक चन्द के प्रति शोकोदगार प्रकट कर समूचे सदन द्वारा श्रद्वांजली अर्पित की गई। इसके अतिरिक्त अभी हाल में आपदा के दौरान जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उन्हे भी सदन द्वारा श्रद्वाजंली अर्पित की गई। इस सत्र के दौरान कुल 480 तारांकित तथा 299 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए।
पठानिया ने कहा कि सत्र में नियम 62 के अन्तर्गत 14 विषयों तथा नियम 63 के अन्तर्गत 1 विषय पर विस्तृत चर्चा की गई तथा माननीय सदस्यों ने बहुमुल्य सुझाव दिए। सत्र में दिनाँके 29 अगस्त व 5 सितम्बर, 2024 को दो दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित थे जिस पर माननीय सदस्यों ने नियम 101 के अन्तर्गत 8 गैर –सरकारी संकल्प प्रस्तुत किए इनमें से 3 संकल्पों पर माननीय सदस्यों ने बहुमुल्य सुझाव दिए तथा माननीय मंत्रियों द्वारा उत्तर दिए गए। उत्तर के मद्देनजर संकल्प वापिस भी हुए। नियम -102 के अन्तर्गत दो सरकारी संकल्प पारित हुए। नियम- 130 के अन्तर्गत 5 विषय चर्चा हेतु निर्धारित थे जिस पर माननीय सदस्यों ने सार्थक चर्चा की।
उन्होने कहा कि इसके अतिरिक्त 25 सरकारी विधेयकों को सभा में पुर: स्थापित एंव चर्चा उपरान्त पारित किया गया। नियम – 324 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख के माध्यम से 12 विषय सभा में उठाए गए तथा सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में माननीय सदस्यों को वस्तुस्थिति से अवगत करवाया गया। सभा की समितियों ने 45 प्रतिवेदन सभा में उपस्थापित किए। 21 दिसम्बर, 2023 को नियम – 101 के अन्तर्गत पारित प्रस्ताव पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई से नियम – 116 के अन्तर्गत सदन को अवगत करवाया गया । इसके अतिरिक्त माननीय मंत्रियों द्वारा अपने – अपने विभागों से सम्बन्घित दस्तावेज भी सभा पटल पर रखे गए तथा महत्वपूर्ण वक्तव्य भी दिए गए। अभी हम इस कलेण्डर वर्ष में 23 बैठकें पूरी कर चुके हैं। इस सत्र के दौरान विभिन्न विद्यालयों व महाविद्यालयों के 1023 बच्चों ने सदन की कार्यवाही को देखा है जो देश की संसदीय प्रणाली तथा मजबूत लोकतन्त्र का परिचायक है।
पठानियां ने कहा कि पिछले सत्र में 12 बैठकों का आयोजन किया गया था जिसकी कार्यवाही 56 घण्टे चली थी व उसकी उत्पादकता 94 प्रतिशत रही थी तथा उस सत्र में 1215 सूचनाएं माननीय सदस्यों से प्रश्नों के माध्यम से प्राप्त हुई थी। उन्होने रचनात्मक सहयोग के लिए पक्ष तथा विपक्ष के सभी माननीय सदस्यों का धन्यवाद किया जिस वजह से वह सत्र का सुचारू रूप से संचालन कर सके इस अवसर पर उन्होने सदन के नेता ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू , नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर तथा संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान तथा सभापति तालिका के सभी सदस्यों को भी धन्यवाद किया उन्होने विधान सभा सचिव और समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों/कर्मचारियों के सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया जिन्होने इस सत्र के लिए दिन-रात कार्यकर इस सत्र से सम्बन्धित कार्य को समयवद्व तरीके से निपटाने में पूर्ण सहयोग दिया।