शिमला: अपनी मांगों को लेकर जल रक्षकों ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

शिमला: प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के बीच शुक्रवार को प्रदेश भर से जल रक्षक अपनी मांगों को लेकर जुटे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। । जलरक्षक सुबह करीब 11 बजे चौड़ा मैदान स्थित अंबेडकर चौक पर एकत्रित हुए और इसके बाद नारेबाजी करते हुए विधानसभा की ओर जाने लगे जिन्हें मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने आगे जाने से रोक दिया। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों व पुलिस में धक्कामुक्की भी हुई। जल रक्षक संगठन के

जल रक्षक महासंघ के अध्यक्ष रूपलाल ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को सुनने के लिए तैयार नहीं है लाखों रुपए सैलरी लेने वालों को तो समय से सैलरी मिल रही हैं लेकिन चार पांच हजार लेने वालो की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा। कम सैलरी में घर चलाना मुश्किल हो रहा हैं। 12 साल की नौकरी पूरा कर चुके लोगों को रेगुलर किया जाए। कॉन्ट्रेक्ट का समय 12 साल से घटाकर 8 वर्ष कर स्थाई नीति बनाई जाए। उन्होंने कहा कि लाखो रुपए सैलरी लेने वालो की तनख्वाह पांच दिन देरी से मिली तो विपक्ष ने भी मामला सदन में पूरजोर से उठाया लेकिन हमारी आवाज विपक्ष भी नहीं उठा रहा। उन्होंने कहा कि सीएम ने न्यूनतम वेतनमान देने की बात कही थी लेकिन मिलेगा कब पता नही। सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार कोई सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर न करें। सरकार उनकी बात आज नहीं सुनती हैं तो यहीं भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।

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