राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष व सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा

हिमाचल: प्रदेश के तीन पूर्व विधायकों से पूछताछ…

शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त, सरकार अस्थिर करने व गिराने के लिए षड्यंत्र रचने के मामले को लेकर पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो और केएल ठाकुर बालूगंज थाने पहुंचे। तीनों पूर्व विधायकों को शिमला पुलिस ने हिमाचल में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले को लेकर बालूगंज थाने में तलब किया था।

पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, केएल ठाकुर और देवेंद्र भुट्टो से बालूगंज थाने में  पूछताछ की गई। इस दौरान पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा आज तक मुझ पर किसी भी थाने में किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं है और आज पहली बार सीएम सुक्खू की मेहरबानी से पुलिस स्टेशन देखने का मौका मिला है। 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव में हमने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया और 28 फरवरी को हमें विधानसभा से निष्काषित कर दिया। ऐसा कौन सा काम किया, जिससे सरकार गिराने की कोशिश की है।. राज्यसभा में वोट डालने से क्या सरकार गिरती है. इसका जवाब सुक्खू सरकार को देना चाहिए।

राजेंद्र राणा ने कहा कि सुक्खू सरकार ने उन पर 15 करोड़ लेने के भी आरोप लगाए थे, लेकिन उनके पास से 15 रुपए भी नहीं मिले हैं। सरकार झूठे मामले दर्ज करवा कर उन्हें डराना चाहती है, लेकिन वो डरने वाले नहीं है।

राजेंद्र राणा ने सीएम सुक्खू पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस झूठी गारंटियां देकर सता में आई है और मुख्यमंत्री से सरकार चल नहीं पा रही है। आर्थिक प्रबन्धन में मुख्यमंत्री फेल हो गए हैं।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में न युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं और न ही कर्मचारियों की मांगों को सुक्खू सरकार पूरा कर पा रही है। मुख्यमंत्री झूठ बोलने में माहिर है और देश में सबसे संवेदनहीन सीएम है, जिसमें उन्हें गोल्ड मेडल दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को किसी से मिलने के लिए समय नहीं है जब भी कोई मिलने आता है तो वे किसी दूसरे कार्य में व्यस्त होने का बहाना लगा देते हैं।

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