- एम-किसान मोबाइल पोर्टल से मिल रही है नई तकनीक की जानकारी
पालमपुर: राज्य के किसानों को सामयिक तकनीकी जानकारी प्रदान करने के लिए एम-किसान मोबाइल पोर्टल योजना आरंभ की गई है जिसके अंतर्गत छह लाख नब्बे हजार किसान पंजीकृत हैं। यह जानकारी सिंचाई जनस्वास्थ्य एवं बागबानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने सोमवार को पालमपुर में 12 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले उत्कृष्ट बागबानी केंद्र का शिलान्यास करने के उपरांत एक जनसभा को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि यह उत्कृष्ट केंद्र निचले एवं मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में तैयार होने वाली बागबानी फसलों की व्यवसायिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य करेगा। इसके साथ ही उत्कृष्ट केंद्र में किसान फलदार एवं पुष्पीय बागबानी फसलों को हाई टेक तरीके से यहां तैयार होते देख सकेंगे।
उन्होनें कहा कि बागबानी विकास के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने देश में अपनी अलग पहचान बनाई है। बागबानी का राज्य की वार्षिक आय में लगभग तीन हजार से लेकर पांच हजार करोड़ रूपये का योगदान है तथा औसतन नौ लाख लोगों को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि बागबानी में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं तथा इसी दिशा में युवाओं तथा महिलाओं को बागबानी के लिए प्रेरित करने के लिए सरकार की ओर से विशेष कार्यक्रम एवं योजनाएं आरंभ की गई हैं जिसमें 25 करोड़ की पुष्प क्रांति योजना, दस करोड़ रूपये की मुख्यमंत्री हरित गृह नवीनीकरण योजना, दस करोड़ की ओला अवरोधक जाली की स्थापना, दस करोड़ की मुख्यमंत्री मधु विकास योजना आरंभ की गई हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस वर्ष 16.84 लाख पौधे बागबानों को वितरित किए गए हैं जबकि 4831 हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र को बागबानी के अधीन लाया गया है।
आईपीएच मंत्री ने कहा कि बागबानों तथा किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने पालमपुर के आईपीएच विश्राम गृह के निर्माण के लिए नए सिरे से मास्टर प्लान तैयार करने के दिशा निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए गए।