सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर में जल जनित रोगों से जुड़े कुल 202 मामले दर्ज; अस्पताल में दाखिल हुए 120 लोग स्वस्थ होकर घरों जा चुके हैं जबकि 51 मामलों में इलाज किया जा रहा
पीलिया बीमारी के चलते दो लोगों की मृत्यु की पुष्टि भी हुई है, जबकि एक अन्य मामले में अन्य कारण सामने आए
जोगिन्दर नगर में उपायुक्त ने की समीक्षा बैठक, विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने के दिये निर्देश
जोगिंदर नगर: उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने कहा कि जोगिन्दर नगर में सामने आए जल जनित रोगों के मामलों की जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन के तौर पर इनकी कड़ी निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभागों के आपसी समन्वय के साथ इस दिशा में निरंतर कार्य करते हुए ठोस कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जल जनित रोगों की रोकथाम के लिये जहां जल शक्ति विभाग के उच्चाधिकारियों के माध्यम से सभी पेयजल स्त्रोतों की नियमित अंतराल बाद गुणवत्ता की जांच की जा रही है तो वहीं खंड चिकित्साधिकारियों एवं खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर जहां पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई की जा रही है तो वहीं लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। उपायुक्त आज जोगिन्दर नगर में जल जनित रोगों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उपायुक्त ने बताया कि जल शक्ति विभाग पेयजल स्त्रोतों की नियमित अंतराल के बाद पूरी जांच पड़ताल एवं क्लोरिनेशन करने के उपरान्त ही लोगों को पेयजल की सप्लाई उपलब्ध करवा रहा है। सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर में जल जनित रोगों से पीड़ित मरीजों का उपचार किया जा रहा है तथा मरीजों की सुविधा के लिए तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में हेपेटाइटिस-ए (पीलिया) बीमारी से जुड़े उपचार के लिये पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं।
अपूर्व देवगन ने बताया कि जोगिन्दर नगर में जल जनित रोगों की प्रशासन द्वारा की जा रही नियमित निगरानी के उपरान्त हेपेटाइटिस-ए (पीलिया) से जुड़े मामलों में कमी पाई जा रही है। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर में जल जनित रोगों से जुड़े कुल 202 मामले दर्ज हुए हैं जिनमें अस्पताल में दाखिल हुए 120 लोग स्वस्थ होकर घरों को जा चुके हैं जबकि 51 मामलों में इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा शेष लोगों को ओपीडी के माध्यम से ही उपचार उपलब्ध करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि पीलिया बीमारी के चलते दो लोगों की मृत्यु की पुष्टि भी हुई है, जबकि एक अन्य मामले में अन्य कारण सामने आए हैं। उन्होंने लोगों से भी आह्वान किया है कि हेपेटाइटिस-ए (पीलिया) बीमारी से जुड़ा कोई भी लक्षण सामने आता है तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर इसकी जांच करवाएं। उन्होंने लोगों से अपने स्तर पर ही उपचार करने एवं झाड़-फूंक वालों से भी दूर रहने की सलाह दी है। इसके अतिरिक्त मानसून मौसम को देखते हुए लोगों से उबाल कर पानी को प्रयोग में लाने का भी आग्रह किया है।
नगर परिषद क्षेत्र में जलशक्ति विभाग व नगर परिषद मिलकर करें सैंपलिंग
उपायुक्त ने जोगिन्दर नगर शहरी क्षेत्र में नगर परिषद व जल शक्ति विभाग को मिलकर पानी की सैंपलिंग करने के कड़े निर्देश दिये। उन्होंने जलशक्ति विभाग को शहरी क्षेत्र में पेयजल पाइपलाइन नेटवर्क में लीकेज की समस्या को भी चैक करने के निर्देश दिेये। साथ ही नगर परिषद को सीवरेज सिस्टम से बाहर घरों को भी तुरंत जोड़ने को कहा तथा इस संबंध में जल्द रिपोर्ट उन्हे देने के भी निर्देश दिये।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज तथा स्वास्थ्य विभाग चलाएंगे विशेष जागरूकता अभियान
अपूर्व देवगन ने कहा कि जोगिन्दर नगर उपमंडल शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जल जनित रोगों से बचाव व उपचार बारे जागरूक करने को आगामी एक सप्ताह तक विशेष जागरूकता अभियान चला जाएगा। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों एवं खंड चिकित्साधिकारियों को ग्रामीण स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं, महिला एवं युवक मंडलों इत्यादि के सहयोग से प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों की समुचित साफ-सफाई सुनिश्चित बनाने को भी कहा। साथ ही सभी सार्वजनिक शौचालयों की जांच पड़ताल कर रिपोर्ट जल्द उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त पंचायत स्तर पर सभी स्कूलों, पंचायत घरों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों में स्थापित पेयजल टंकियों की भी जांच पड़ताल करने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फास्ट फूड उपलब्ध करवाने वाली दुकानों के सैंपल लेने के भी निर्देश दिये।
बैठक में एसडीएम मनीश चौधरी, सीएमओ मंडी नरेंद्र भारद्वाज सहित राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, जल शक्ति, स्वास्थ्य तथा नगर परिषद के अधिकारी मौजूद रहे।