भाजपा की कथनी और करनी में अंतर – नरेश चौहान

प्रदेश की महिलाओं को हर हाल में दी जाएगी 1500 रुपए पेंशन : नरेश चौहान

यह पेंशन रुकवाने के लिए चुनाव आयोग क्यों गई भाजपा

जयराम बताएँ, राजस्थान में क्यों बंद हुई ओपीएस

हिमाचल:  प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा है कि भाजपा नेता महिला हितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं। आज जारी एक बयान में नरेश चौहान ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बार-बार यह दोहरा रहे हैं कि भाजपा महिलाओं की हितैषी है, लेकिन हिमाचल प्रदेश की जनता यह अच्छी तरह से जानती है कि 1500 रुपए पेंशन रुकवाने के लिए कौन चुनाव आयोग के पास गया। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर को महिलाओं को दिए जा रहे अधिकार में अड़ंगे लगाने के लिए प्रदेश की जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए क्योंकि भाजपा नेता ही 1500 रुपए पेंशन रुकवाने के लिए चुनाव आयोग के पास गए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता जितना मर्ज़ी ज़ोर लगा लें, लेकिन प्रदेश की महिलाओं को 1500 रुपए पेंशन हर हाल में दी जाएगी। 

नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा का असली चेहरा हिमाचल प्रदेश की जनता के सामने बेनक़ाब हो गया है। भाजपा सिर्फ महिला विरोधी ही नहीं बल्कि कर्मचारी विरोधी भी है। पुरानी पेंशन माँगने पर भाजपा नेताओं ने सरकारी कर्मचारियों को मज़ाक़ बनाया और उन्हें चुनाव लड़ने की चुनौती दी गई। जबकि राज्य में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट बैठक में प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन प्रदान की, ताकि बुढ़ापे में उन्हें किसी के आगे हाथ फैलाने को मजबूर न होने पड़े और वह आत्म सम्मान के साथ अपना जीवन जी सकें। भाजपा नेताओं को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि राजस्थान में भाजपा सरकार बनते ही पुरानी पेंशन को क्यों बंद कर दिया, जबकि अशोक गहलोत के नेतृत्व में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन प्रदान की थी। 

उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। भाजपा नेता सिर्फ प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए मीडिया में झूठे बयान दे रहे हैं, लेकिन हिमाचल में लोग पढ़े लिखे हैं, समझदार हैं और सत्य-असत्य के बीच अंतर भली-भाँति करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मात्र सवा साल के कार्यकाल में महिलाओं को 1500 रुपए प्रति महीना पेंशन प्रदान की, सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन दी, 20 हजार से अधिक सरकारी क्षेत्र में रोज़गार के अवसर पैदा किए हैं। यहीं नहीं युवाओं को स्वरोज़गार के अवसर प्रदान करने के लिए 680 करोड़ रुपये स्टार्ट अप फंड तैयार किया है और सवा साल में ही पांच गारंटियाँ पूरी की हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने गारंटियों से आगे बढ़कर जनकल्याण का एक नया अध्याय लिखा है। 

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