हिमाचल राज्यसभा चुनाव : क्रॉस वोटिंग से मचा ‘बवाल’

हिमाचल : प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के नतीजे का सभी लोग बेसब्री इंतजार में है। प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में क्राॅस वोटिंग लेकर जहाँ दिनभर चर्चाओं का दौर जा रहा वहीं मुख्यमंत्री सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि  कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्राॅस वोटिंग की है। इसी बीच सीएम सुक्खू ने इस बात पर मुहर लगा दी है। सीएम सुक्खू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा द्वारा कांग्रेस के 6 विधायकों को किडनैप कर लिया गया है। इसमें तीन निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं। सीएम ने बताया कि सीआरपीएफ व हरियाणा पुलिस की कॉन्वॉय विधायकों को लेकर गई है। मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं पर पोलिंग अफसर को धमकाने के आरोप भी लगाए।विपक्ष की ओर से गुंडागर्दी करने की कोशिश की जा रही है। चार विधायकों को सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस के जवान अपने साथ ले गए हैं। यह सही नहीं है। सीएम ने ये भी कहा  कि कांग्रेस के पास पूरी मैज्योरिटी है, अभी काउंटिंग शुरू हुई है, नतीजा आने तक इंतजार करें।

वहीं  प्रतिपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस विधायक सुदर्शन सिंह बबलू को पंजाब से हेलीकॉप्टर से लाने और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ कार में बैठकर वोटिंग के लिए आने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है और सुदर्शन सिंह का वोट की गिनती नहीं करने की मांग की है। 

कहा जा रहा है कि भाजपा कांग्रेस के 6 व तीन निर्दलीय विधायकों को मतदान के तुरंत बाद हरियाणा के पंचकुला ले गई है। जानकारी के अनुसार, सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा, धर्मशाला के सुधीर शर्मा, लाहौल स्पीति के रवि सिंह ठाकुर, हमीरपुर के बड़सर से आईडी लखनपाल, ऊना के गगरेट से चैतन्य ठाकुर, देवेंद्र भुट्टो शामिल हैं। ये सभी कांग्रेस के विधायक हैं। वहीं, निर्दलीय विधायकों में आशीष शर्मा, होशियार सिंह और केएल ठाकुर हैं।

ऐसा बताया जा रहा है कि राज्यसभा के मतदान के बाद 9 विधायक वापस सदन की कार्यवाही में नहीं पहुंचे। इस कारण क्राॅस वोटिंग की आशंकाएं प्रबल हो गई। विधानसभा में राज्यसभा के चुनावी समीकरण वाकये में ही बदल गये हैं। ऐसे कहीं न कहीं सुक्खू सरकार मुश्किल में आ गई है। विधानसभा में विधायकों की संख्या 68 है। इसमें कांग्रेस के 40 विधायक हैं, जबकि भाजपा के 25 व तीन निर्दलीय हैं। भाजपा ने कांग्रेस के 6 व 3 निर्दलीयों को लेकर स्कोर 34 का कर लिया। विधानसभा में भी सुक्खू सरकार को बहुमत के लिए 35 के आंकड़े की जरूरत होगी। ऐसी भी चर्चा हो रही कि यदि कांग्रेस के 6 विधायक बुधवार को विधानसभा नहीं पहुंचते तो सुक्खू सरकार अल्पमत में आ जाएगी।

खैर राजनीति के इस खेल में क्या होता है कुछ देर साफ हो जाएगा बता दें कुछ ही देर में नतीजे घोषित किए जाएंगे।

सम्बंधित समाचार

Comments are closed