निजी कोविड टीकाकरण केंद्र करेंगे राज्य में टीकाकरण अभियान आरम्भ

कांगड़ा जिला में व्यस्कों के लिए आरंभ होगा बीसीजी टीकाकरण अभियान: डीसी

टीकाकरण के लिए आशा वर्कर से करें संपर्क, 16 देशों में हो चुका सफल प्रयोग

धर्मशाला: जिला कांगड़ा में व्यस्कों को टीबी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अगले माह से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त हेमराज बैरवा ने टीकाकरण अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि नवजातों के बाद बीसीजी (बैसिलस कैलमेट-गुएरिन) का टीका अब युवाओं को भी टीबी से सुरक्षित रखेगा। उन्होंने कहा कि बीसीजी टीका का पिछले करीब सौ वर्षों से उपयोग किया जा रहा है तथा 16 के करीब देशों में इसका सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है।

उपायुक्त ने बताया कि बीसीजी का टीकाकरण अभियान जिले में सर्वे भी किया गया है जिसमें आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र वयस्कों की टीकाकरण को लेकर जानकारी उपलब्ध करवा रहीं हैं।

उन्होंने कहा कि बीसीजी का टीका 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग, जिन लोगों को पिछले पांच वर्षों में एक बार भी टीबी हुई हो, 60 वर्ष और उससे अधिक के बुजुर्ग, धूम्रपान करने वाले लोग, पिछले तीन साल के टीबी रोगियों के संपर्क में आने वाले लोग, मधुमेह पीड़ित के साथ-साथ 18 किलो प्रति वर्ग मीटर से कम बॉडी मास इंडेक्स वाले व्यक्ति भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन वर्गों में भी टीकाकरण स्वेच्छा के आधार पर ही होगा।

टीबी से बचाव में होगा सहायक: विशेषज्ञ

इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डाॅ. सुशील शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश गुलेरी, तथा जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश सूद सहित अनेक विशेषज्ञ उपस्थित रहे। विशेषज्ञों ने कहा कि यह टीका टीबी के उपचार नहीं अपितु उससे बचाव के लिए कारगर है। उन्होंने बताया कि हर व्यक्ति में टीबी के कीटाणु कुछ मात्रा में रहते हैं। उन्होंने कहा कि यह गंभीर टीबी का रूप न ले इसके लिए बचाव के तौर में इसे सभी को लगवाना चाहिए।

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