हिमाचल में रामलला प्राण-प्रतिष्ठा की धूम: खुशी में जलाए दीप; आतिशबाजी कर मनाई दीवाली

शिमला:  अयोध्या में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। रामभक्तों का वर्षों का लंबा इंतजार खत्म हुआ। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी समेत देश के तमाम दिग्गज मौजूद रहे। वहीं आज देश भर में इस उत्सव की खूब धूम रही। हिमाचल में भी इस उत्सव का खासा उत्साहा देखने को मिला। वहीं राजधानी शिमला के मंदिरों में सोमवार सुबह अखंड रामायण पाठ, हवन, सुंदरकांड पाठ, कीर्तन हनुमान चालीसा पाठ और शोभा यात्रा निकाली और भंडारे आयोजित किए गए।

वहीं सांयकाल में दीपोत्सव मनाया गया और लोगों द्वारा खूब आतिशबाजी की गई। शाम होते ही पूरा देश दीयों से जगमग हो उठा है। लोगों ने दीपावली की ही तरह अपने घरों को दीयों और लाइटों से सजा दिया। इसके साथ-साथ आतिशबाजी भी देखने को मिली है। 

वहीं  राजधानी शिमला के मंदिर और घर दीयों से जगमगा उठे। अलग-अलग स्थान पर राम मंदिर स्थापना के अवसर पर अखंड रामायण पाठ, हवन, सुंदरकांड पाठ, कीर्तन हनुमान चालीसा पाठ और भंडारे का आयोजन किया गया।  घर-घर दीये जलाए गए। शाम को पूरा प्रदेश दीपावली पर्व की तरह जगमगा उठा। मंदिरों में दीपोत्सव हुआ। लोगों ने दीपक जलाकर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को दिवाली की तरह मनाया। रिज मैदान पर शाम को दिये जलाए गये

 इस मौके पर राजनेता भी मंदिरों में जाकर भगवान राम के विग्रह के समक्ष नतमस्तक हुए।

मुख्यमंत्री ने ओक ओवर में दीपक जलाकर प्रदेश के लिए मंगल कामना की

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज अपने सरकारी आवास ‘ओक ओवर’ में दीपक जलाकर अयोध्या में राम मंदिर में श्री राम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मौके को उत्सव की तरह मनाया और प्रदेश के लिए मंगल कामना की। ओक ओवर को चारों ओर एलईडी लाइटों से सजाया गया, जो इस इमारत की सुंदरता में चार चांद लगा रहा था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री राम हम सभी के हैं और प्रत्येक भारतीय को इस अवसर को बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाना चाहिए।

भगवान राम अपने बाल रूप में अयोध्या में विराजते ही सदियों की प्रतीक्षा पूरी हुई : जयराम

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि भगवान राम का अपनी जन्मस्थली अयोध्या में बाल रूप में विराजमान होते ही भारत के सैकड़ों करोड़ लोगों के सदियों की प्रतीक्षा पूर्ण हुई। भगवान राम के मंदिर के लिए सैकड़ों साल का संघर्ष चला। जिसमें अनगिनत लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी। तब जाकर यह शुभ अवसर आया है। उन्होंने इस महायज्ञ में योगदान देने वाले सभी बलिदानियों को नमन करते हुए कहा कि उनके इस योगदान के कारण ही हम यह दिन देख पाए हैं कि भगवान राघव की मोहक मूर्ति उनके जन्मस्थान पर प्राण प्रतिष्ठित हो पाई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, राम जनभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, समेत हज़ारों संतों, कर्मयोगियों और गणमान्यों की गरिमामय उपस्थिति में इस प्राण प्रतिष्ठा का पूरा विश्व साक्षी बना। नेता प्रतिपक्ष राम बाज़ार के राम मंदिर से सैकड़ों लोगों के साथ इस प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बने। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह मानवता के इतिहास के सबसे सुखद क्षणों में से एक हैं। इसके लिए समस्त विश्व समुदाय को बधाई एवं शुभकामनाएं। भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा का यह उल्लास समस्त मानवजाति को कल्याण के मार्ग पर ले जाएगा। उन्होंने भगवान राम से समस्त मानवजाति के कल्याण की प्रार्थना की।

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