शिव बावड़ी और कृष्णानगर के लालपानी का नेता प्रतिपक्ष ने किया दौरा; बोले- आज तक प्रदेश ने ऐसी आपदा नहीं देखी, ईश्वर रक्षा करें

जहां थोड़ा भी ख़तरा लगे उन स्थानों को तुरंत ख़ाली करवाए सरकार : जयराम ठाकुर

लोगों की मृत्यु होना अत्यंत दुःखद, जनहानि की भरपाई नहीं हो सकती है 

केंद्र सरकार आपदा में प्रदेश के साथ है,केंद्रीय संस्थाएं राहत और बचाव कार्य में कर रही हैं पूरा सहयोग

 शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने देर शाम शिमला के विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। धर्मशाला से वापस आते ही वह पहले समरहिल के शिव बावड़ी गये और वहां पर चलाए जा रहे रेस्क्यू मिशन का जायज़ा लिया। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि शिवबाड़ी में लैंड स्लाइड की वजह से अब तक 12 लोगों की मृत्यु हो गई और अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। बार-बार मलबा आने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हो रही है। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में जिन भी भवनों को थोड़ा भी ख़तरा हैं या वह भूस्खलन बाहुल्य क्षेत्रों में हैं, उन्हें तुरंत ख़ाली करवाया जाए और वहां रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। इससे लोगों को थोड़ा परेशानी ज़रूर हो सकती है लेकिन जीवन बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस मौक़े पर बीजेपी के शिमला शहरी के विधान सभा प्रत्याशी संजय सूद और मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा भी उनके साथ मौजूद रहे। 

आपदा प्रभावितों से मिलकर जयराम ठाकुर ने उन्हें ढांढस बंधाया और मृतकों के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। शिवबाड़ी पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शिव बावड़ी में सावन का सोमवार होने के कारण काफ़ी संख्या में लोग आये थे और यह हादसा हो गया। जिससे लोगों को निकलने का मौक़ा ही नहीं मिल पाया। इस हादसे में सबसे ज़्यादा जनहानि हुई हैं।  

नेता प्रतिपक्ष कृष्णानगर में स्थित लालपानी के स्लॉटर हाउस भी गये। स्लाटर हाउस के आस-पास का इलाक़ा भी मंगलवार शाम को भूस्खलन की चपेट में आ गया था, जिसमें कई घर पूरी तरह बर्बाद हो गये। इस हादसे में भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश बहुत बड़ी आपदा से गुजर रहा है। आज तक इस तरह की तबाही प्रदेश में नहीं हुई है। इस आपदा से प्रदेश को भारी नुक़सान हुआ है। अब तक प्रदेश में सैकड़ों लोगों को आपदा की चपेट में आकर अपनी जान गवानी पड़ी हैं। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि इस मानसून में दो बार ऐसा हुआ जब भारी बारिश के कारण प्रदेश को जान-माल का भारी नुक़सान हुआ है। पिछली बार की बारिश में इंफ्रास्ट्रक्चर का ज़्यादा नुक़सान हुआ था, जान का नुक़सान अपेक्षाकृत कम हुआ था। इस बार बहुत जनहानि बहुत हुई है। लोगों के जीवन की भरपाई कभी नहीं हो सकती हैं। बाक़ी के नुक़सान तो समय के साथ हम सही कर लेंगे। इस आपदा में बहुत नुक़सान हुआ है। इसकी भरपाई करने में बहुत पैसा और समय लगेगा। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस आपदा के बाबत मैने गृहमंत्री अमित शाह से बात की है और उन्हें प्रदेश की वर्तमान स्थिति से अवगत करवाया है। उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिया है। जहां एनडीआरएफ़ की आवश्यकता है, वहां पर एनडीआरएफ़ और जहां अन्य केंद्रीय बलों की आवश्यकता है, वहां पर उनकी तैनाती की गई है। इंदौरा में लगभग 150लोगों के फंसे होने पर वायु सेना को रेस्क्यू के लिए लगाई गई है। कुल्लू अस्पताल से कुछ घायलों बेहतर ट्रीटमेंट के लिए एयरलिफ़्ट करके अन्य अस्पतालों में भेजा गया है। राहत-बचाव और पुनर्निर्माण के कार्यों में केंद्र पूरी मदद कर रहा है। उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील भी कि है कि जब तक बारिश का अलर्ट है, तब तक प्रदेशवासी भी अलर्ट रहें। अपना ध्यान रखें। नदी नालों और बाढ़ प्रभावित स्थानों से दूर रहें। अनावश्यक यात्रा न करें।

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