शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने, विशेषकर राज्य के सीमांत क्षेत्रों में अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि युवा नशे का शिकार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा स्वस्थ समाज के स्तम्भ हैं और रचनात्मक गतिवधियों में इनकी ऊर्जा का सदुपयोग करना समय की आवश्यकता है ताकि वे समाज के कल्याण में अपना योगदान दे सकें। मुख्यमंत्री आज कांगड़ा जिले के विधानसभा क्षेत्र नूरपुर के जसूर में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने दवा विक्रेताओं को चिकित्सकों के परामर्श के बिना दवाइयों को न बेचने के लिये आगाह किया और सम्बन्धित अधिकारियों को इस प्रकार की नशीली दवाइयों की बिक्री पर कड़ी निगरानी रखने व दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कांगड़ा जिले के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान जिले में 8842 हैंडपंपों की स्थापना की गई है तथा नूरपुर में 205 करोड़ रुपये की फिना सिंह सिंचाई योजना और इंदौरा में 180 करोड़ रुपये की छौंछ खड्ड तटीकरण सहित 62 सिंचाई योजनाओं के कार्य प्रगति पर है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि जिले में 66450 व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है, जिसपर पिछले तीन वर्षों के दौरान 43.55 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिला के कंदरौड़ी तथा ऊना जिला के पंडोगा में क्रमशः 95.77 करोड़ व 88.05 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से आधुनिक औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की जा रही है।