स्वास्थ्य मंत्री ने लिया शिमला के अस्पतालों का जायजा; बोले- लगभग 700 नर्सिंग स्टाफ और करीब 200 चिकित्सकों की जल्द होगी भर्ती

प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को किया जायेगा सुदृढ़ – स्वास्थ्य मंत्री

शिमला: हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया जायेगा ताकि जिला के मुख्य अस्पतालों में मरीजों की संख्या तथा दबाव को कम किया जा सके। यह बात आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल डॉ धनी राम शांडिल ने कमला नेहरू अस्पताल एवं दीन दयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल शिमला में स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लेने के उपरांत कही।

इस अवसर पर निदेशक स्वास्थ्य डॉ गोपाल वैध, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेखा चोपड़ा, वरिष्ठ स्वास्थ्य अधीक्षक डॉ. लोकिंदर शर्मा , चिकित्सा अधीक्षक केनएच डॉ. रमेश कुमार, डॉ. सुभाष चौहान व वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता विनीत गौतम सहित विभागीय उच्च अधिकारीगण उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों के अस्पतालों में विशेषज्ञों की कमी को भी पूरा करने के हर संभव प्रयास किए जायेंगे ताकि लोगों को घर द्वार पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ करने से जिला के मुख्य अस्पतालों में मरीजों की संख्या में आवश्यक रूप से कमी दर्ज होंगी।
उन्होंने कहा कि कमला नेहरू अस्पताल में 274 बेड मरीजों के हैं तथा आज केएनएच में स्टाफ नर्स, सफाई कर्मचारी एवं ओटीटी के रिक्त पदों की कमी देखने को मिली है जिसको भरने का हर संभव प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जल्द ही लगभग 700 नर्सिंग स्टाफ एवं करीब 200 चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रहे है

रिपन अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था का लिया जायजा
स्वास्थ्य मंत्री ने दीन दयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल रिपन शिमला में स्वास्थ्य व्यवस्था की जांच की। उन्होंने कहा कि रिपन अस्पताल में मरीजों के 300 बेड हैं तथा इस अस्पताल में भी स्टाफ की कमी देखने को मिली है जिसको पूरा करने के प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अस्पताल लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने कोविड काल के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए गए कठिन परिश्रम एवं कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हमें अस्पतालों में सफाई का विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है साथ ही एक स्वागत कक्ष या मार्गदर्शक प्रकोष्ठ का होना भी आवश्यक है ताकि मरीजों को इधर उधर न भटकना पड़े।
इस अवसर पर स्थानीय अस्पताल अधिकारियों ने अस्पताल की अन्य समस्याओं को भी स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष रखा।
स्वास्थ्य मंत्री ने दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल एवं केएनएच मरीजों के साथ सीधा संवाद स्थापित कर मरीजों से उनका हालचाल भी जाना।

स्वास्थ्य मंत्री ने किया हिमाचल मानसिक रोग एवं पुनर्वास अस्पताल बालूगंज का दौरा
स्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल मानसिक एवं पुनर्वास अस्पताल बालूगंज का दौरा कर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं और इस समय कुल 50 मरीज स्वास्थ्य का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में साइकेट्रिस्ट, नर्स एवं ड्राइवर के रिक्त पदों की बात सामने आई है जिसको समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जायेगा।

स्वास्थ्य मंत्री ने किया चक्कर एंबुलेंस सड़क का निरीक्षण
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल डॉ धनी राम शांडिल ने एंबुलेंस सड़क चक्कर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस सड़क में रेलिंग तथा सभी मोड़ की चौड़ाई को बढ़ाना अति आवश्यक है ताकि आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस को आवागमन की उचित व्यवस्था उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त यहां पर पार्किंग की भी आवश्यकता है जिसके लिए भी नगर निगम से बात कर पार्किंग मसले को भी सुलझाया जायेगा।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी।

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