धर्म/ संस्कृति (Page 4)

"श्री रघुनाथ" मन्दिर कुल्लू का इतिहास

“श्री रघुनाथ” मन्दिर कुल्लू का इतिहास

श्री रघुनाथ मन्दिर मंदिर की विशेषता, भगवान रघुनाथ जी के विषय में जानकारी आज भी जगतसिंह के वंशज का बड़ा सुपुत्र श्री रघुनाथ जी का छड़ीदार हिमाचल देवभूमि है। यहां पर अनेकों देवी-देवताओं का वास...

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धार्मिक पर्यटन व आस्था का केंद्र “श्री नैना देवी जी”

हिमाचल प्रदेश जिसे देव भूमि कहा जाता है यहां बहुत से देवी-देवताओं का वास है। यहां की खास बात यह है कि यहां बहुत से देवी-देवताओं के कई पूजनीय तीर्थ स्थल हैं जहां दूर-दूर से भारी तादात में कई...

ज्योतां जगदियां ज्वालामुखी...... अठारह महाशक्ति पीठों में से एक कांगड़ा का ''ज्वालामुखी मन्दिर''

ज्योतां जगदियां ज्वालामुखी…… अठारह महाशक्ति पीठों में से एक कांगड़ा का ”ज्वालामुखी मन्दिर”

पांडवों को जाता है ज्वालामुखी मंदिर खोजने का श्रेय हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा से 30 किलोमीटर दूर स्थित है ज्वालामुखी देवी। ज्वालामुखी मंदिर को ज्योतां वाली का मंदिर और नगरकोट भी कहा जाता है।...

धौलाधार पर्वत श्रृंखला में स्थित 52 शक्तिपीठों में से एक “श्री ब्रजेश्वरी देवी” मंदिर

हिमाचल: धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं में बसी “माँ ब्रजेश्वरी”

“देवभूमि हिमाचल” जिसके कण-कण में सदियों से देवी-देवता का वास है। वहीं इस देवभूमि में मां भवानी के 52 शक्तिपीठों में से एक-दो नहीं बल्कि आधा दर्जन शक्तिपीठ हैं। हिमाचल प्रदेश के सबसे पड़े जनपद...

शिवालिक पर्वत श्रृंखलाओं के आंचल में बसा, स्वर्ण कलशों से सुसज्जित मंदिर “माँ चिंतपूर्णी”

शिवालिक पर्वत श्रृंखलाओं के आंचल में बसा, स्वर्ण कलशों से सुसज्जित मंदिर “माँ चिंतपूर्णी”

त्रिर्गत के तीन शक्तिपीठों में ज्वालाजी, वज्रेश्वरी और चिंतपूर्णी उल्लेखनीय शक्तिपीठ पहला स्थान माता वैष्णों देवी को दिया जाता है, जो जम्मू-कश्मीर में पड़ता है स्वर्ण कलशों से सजा...

शिमला की खूबसूरत पहाड़ी पर “माँ तारादेवी” का शक्तिपीठ धाम

शिमला की खूबसूरत पहाड़ी पर माँ तारादेवी का त्रिगुणात्मक शक्तिपीठ धाम स्थित है। जहाँ श्रद्धालु दूर-दूर से माँ के चरणों में शीश नवाने पहुंचते हैं।  पहाडियों पर बसा यह मंदिर लोगों के आकर्षण का...

चैत्र नवरात्र के साथ हिंदू नववर्ष का आरंभ : आचार्य महिन्दर कृष्ण शर्मा

वर्ष में दो बार नवरात्रे आते हैं। पहले नवरात्रे चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरु होकर चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि तक चलते हैं। फिर नवरात्रे  शारदीय नवरात्रे कहलाते हैं। ये...