धर्म/ संस्कृति (Page 2)

“पत्थर चौथ” में ना देखे चाँद .... गाथा है पुराणों में

“पत्थर चौथ” में ना देखे चाँद …. गाथा है पुराणों में

“पत्थर चौथ” में दिख जाए चाँद तो…. सुनें यह कथा…. हिमाचल के कई जगहों में पत्थर चौथ को मनाया जाता है लेकिन बिलासपुर में इसे विशेष रूप से मनाया जाता है। हालांकि पत्थर चौथ आधुनिकता की चकाचौंध...

जब…श्रीकृष्ण का अवतरण होते ही वसुदेव–देवकी की खुल गईं बेड़ियाँ

कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां पूरे जोर-शोर से कई दिनों से की जा रही हैं क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। उनकी बाल लीलाओं से...

“जन्माष्टमी” जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और कैसे करें भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त : कालयोगी आचार्य महिंद्र शर्मा

“जन्माष्टमी”; शुभ पूजा मुहूर्त और जानिये कैसे प्राप्त करें भगवान कृष्ण की कृपा – आचार्य महिंद्र कृष्ण शर्मा

इस साल जन्माष्टमी की तिथि को लेकर लोगों के बीच मतभेद है। आचार्य महिंद्र कृष्ण शर्मा के अनुसार इस साल जन्माष्टमी 16 अगस्त को ही मनाई जाएगी। इस बार जन्माष्टमी के लिए उदयातिथि को उचित माना गया...

रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त और समय, रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि और आयुष्मान दीर्घायु का संयोग : आचार्य महेंद्र कृष्ण शर्मा

रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, जानकारी दे रहे हैं – आचार्य महेंद्र कृष्ण शर्मा

आचार्य महेन्द्र कृष्ण शर्मा के अनुसार इस साल 9 अगस्त को सुबह 5 बजकर 47 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग प्रारंभ हो जाएगा, जो दोपहर 2 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। यह पूरा समय राखी बांधने के लिए अत्यंत श्रेष्ठ...

सर्पदंश के देवता: गुग्गा

हिमाचल: रक्षाबंधन से शुरू होकर जन्माष्टमी तक घर-घर जाकर सुनाई जाती है “गुग्गा गाथा”

गुग्गा गाथा के स्वर जब घर आँगन में गूँजते हैं तो धार्मिक आस्था से आनन्दित हो उठता है आस-पास का वातावरण  सदियों से चली आ रही “गुग्गा गाथा” आज भी निचले हिमाचल में जीवित निचले हिमाचल में...

रक्षा बंधन की पौरणिक कथाएं व राखी बांधने के शुभ मुहूर्त : कालयोगी आचार्य महिंदर कृष्ण शर्मा

रक्षा बंधन की पौराणिक कथाएं ….

रक्षा बंधन के त्योहार का इंतज़ार हर बहन को बेसब्री से होता है। लेकिन भाई को भी बहन से राखी बंधवाने का उतना ही इंतज़ार होता है। भाई-बहन का पावन त्योहार जहाँ बचपन से लेकर उम्र भर के हर पड़ाव में...

भाई-बहन के प्यार और सदभावना से भरा त्यौहार "रक्षाबन्धन"

भाई-बहन के प्यार और सदभावना से भरा त्यौहार “रक्षाबन्धन”

प्राचीन काल से चल आ रहे त्यौहारों में से एक बहुत ही आर्दश प्रेम प्रतीकण् सद्भावनों से भरा हुआ त्यौहार रक्षाबन्धन माना गया है। कच्चे धागा का बन्धन समाज के लोगों में एक आदर्श प्रस्तुत करता है।...