ऊना: झुग्गी में आग लगने से चार बच्चों की मौत

हिमाचल: प्रदेश के ऊना जिले में पुलिस थाना अंब के तहत बणे दी हट्टी में प्रवासी मजदूरों की दो झुग्गियों में आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई। इनमें तीन बच्चे एक ही परिवार से थे। चौथा बच्चा भी घर का इकलौता था। बच्चों के माता-पिता साथ लगती झुग्गी में सोए हुए थे। जब तक आग लगने का पता चला चारों बच्चों की जलकर मौत हो गई। घटना के बाद क्षेत्र में मातम का माहौल है। मृतकों की पहचान सोनू कुमार (17) पुत्र कालिदास, नीतू कुमारी (14) पुत्री रमेश दास, भोलू कुमार (7) और शिवम कुमार (6) पुत्र रमेश दास निवासी दरभंगा बिहार के तौर पर हुई है।

जानकारी के अनुसार शिवम, नीतू और भोलू कुमार रिश्ते में भाई-बहन थे। बणे दी हट्टी में उनके माता पिता करीब 25 साल से झुग्गी में रहते हैं। उनके परिवार की दो झुग्गियां हैं। बुधवार रात को तीनों बच्चे पढ़ाई करने के लिए सरकंडों से बनी झुग्गी में चले गए। दूसरी झुग्गी में माता-पिता सोने चले गए। जिस झुग्गी में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे वहां पर उनके मामा का बेटा सोनू कुमार भी सोने आ गया।

सोनू के माता-पिता किसी काम से बिहार के दरभंगा गए हैं। बुधवार देर रात करीब 11:00 बजे झुग्गी में अचानक आग लग गई। सरकंडों की झुग्गी में आग इतनी तेजी से फैली कि बच्चों को बाहर निकलने का मौका भी नहीं मिला। धुएं के बीच किसी को बाहर निकलने का रास्ता भी नहीं मिला और चारों की जलकर अंदर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर फायर स्टेशन अंब से फायर ब्रिगेड तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन उससे पहले ही चारों बच्चों की मौत हो चुकी थी।

आसपास के लोगों को घटना का पता चला तो सभी आग बुझाने के लिए दौड़े। आग को अन्य झुग्गियों तक फैलने से रोकने के लिए लोगों ने कड़ी मशक्कत की। फायर स्टेशन अंब से अग्निशमन की गाड़ी मौके पर पहुंची। आग बुझाने के बाद बच्चों की तलाश की गई तो चारों के शव झुग्गी के एक कोने में एक दूसरे से लिपटे हुए मिले। मृतक नीतु कुमारी, भोलू कुमार और शिवम कुमार सगे भाई-बहन थे। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय ऊना भेजा गया। उधर, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि आग लगने के कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो गए हैं। कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है।

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