शिमला: हिमाचल राज्य संग्रहालय शिमला द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी का शुभारम्भ आज यहां हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री के.एस. तोमर ने किया। प्रदर्शनी में देश के 95 कलाकारों की 114 कला कृतियां प्रदर्शित की गई हैं। इस अवसर पर तोमर ने कहा कि संग्रहालय द्वारा आयोजित इस तरह के आयोजनों से जहां कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने के लिए उचित मंच मिलता है, वहीं नवोदित कलाकारों को नया सीखने का अवसर भी प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में प्रदर्शित कला कृतियां जहां कला की तकनीकी दृष्टि से सर्वोत्तम हैं, वहीं सामाजिक जीवन के अनेकों पहलुओं को संजोए हुए है। उन्होंने कहा कि कला आत्मा का दर्पण होता है और कलाकार कला के माध्यम से समाज के विभिन्न पहलुओं को दर्शाकर समाज की तस्वीर पेश करता है। उन्होंने कहा कि बाजारवाद के इस दौर में भी कलाकारों को इन सभी चीजों से दूर रहकर अपनी कला के माध्यम से सामाजिक पहलुओं को उज्जागर करना चाहिए। तोमर ने कहा कि प्रदेश सरकार को संग्रहालय को जोड़ने वाले प्रतिबन्धित मार्ग को स्थानीय लोगों व पर्यटकों के लिए खोलना चाहिए ताकि शिमला आने वाले पर्यटक प्रदेश की समृद्ध संस्कृति से रू-ब-रू हो सके।
प्रदर्शनी में तेल रंग चित्र में सोलन के पूर्ण थापा का ‘यूनाईटिड’ चित्र ने प्रथम, सोलन के ही मनदीप के चित्र ‘एन एप्पल आफ माई आई-3’ ने द्वितीय तथा उत्तर प्रदेश के श्री संजय सहानी के चित्र ‘नेचर’ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जल रंग चित्र में चण्डीगढ़ के नकष्दीप के ‘मौरनिंग इन मुंबई’ चित्र को प्रथम, सोलन की जया के ‘ब्ल्यू सेड’ चित्र को द्वितीय तथा चण्डीगढ़ के पंकज सरोज के चित्र ‘ओल्ड गेट आफ ग्रार्वेड’ व रवी धीमान के चित्र ‘पोर्टरेट स्टड़ी’ को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
ड्रांईग व ग्राफिक्स में इलाहबाद के उत्कर्ष जयसवाल के चित्र ‘ग्रावेटी-4’ को प्रथम, हरियाणा के यज्ञ किशोर के चित्र ‘अनटाईटल्ड’ को द्वितीय व जालन्धर की दिक्षा सोनी के चित्र ‘वींटर सनसेन’ को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। लघु चित्र कला में कांगड़ा के दीपक भंडारी के चित्र ‘गोपीओं और गवालों संग कृष्ण’ के चित्र को प्रथम, कांगड़ा के ही सुशील कुमार के चित्र ‘राधा के पवन मुहावर लगते कृष्णा’ को द्वितीय व शिमला के नीखिल बन्सल के चित्र ‘रगा भरामंद’ के चित्र को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। मूर्ति कला में मोहाली के भूपेन्द्र सिंह के चित्र ‘क्रामिक पोट’ को प्रथम और मोहाली की ही आस्था भाटिया के चित्र ‘नो सूल लेफट’ को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।
यह प्रदर्शनी 31 जनवरी, 2016 तक सोमवार व राजपत्रित अवकाश को छोड़कर प्रातः 10 बजे से सायं 4.50 बजे तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी। इस अवसर पर संग्रहालय के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह नेगी, पुरातत्व अभियन्ता सी.एल. कश्यप, पंजीकरण अधिकारी डा. हरि चौहान, वरिष्ठ कलाकार समुअल मसीह व प्रतिभागी उपस्थित थे।