शिमला शहर के सौन्दर्यकरण पर 144 करोड़ रुपये होंगे व्यय : वीरभद्र सिंह

शिमला: शिमला शहर के सौन्दर्यकरण के लिए विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं के तहत 144 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे, जिसमें ब्रिटिश काल में निर्मित दो कैथलिक चर्च का नवीनीकरण व जीर्णोद्धार भी शामिल है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज ऐतिहासिक रिज मैदान पर 100 फुट ऊंचे स्मारक ध्वजारोहण के उपरान्त बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि डलहौजी एवं कुल्लू के बाद प्रदेश में इस तरह का तीसरा ध्वजारोहण है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि शिमला शहर के सौन्दर्यकरण परियोजना के तहत टैलीग्राम कार्यालय से शिमला क्लब तक मालरोड़ की मुरम्मत के लिए 23 करोड़ रुपये, टाऊन हाल की मुरम्मत के लिए 8 करोड़ रुपये, मालरोड़ शिमला के सौर्न्यकरण के लिए 33 करोड़ रुपये, टूटीकण्डी बहुउद्देशीय पार्किंग परिसर के लिए 65 करोड़ रुपये और शहर की दो चर्चों के जीर्णोद्धार के लिए 15 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शिमलावासियों व यहां आने वाले पर्यटकों को हर संभव सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत है, ऐसे में हम सभी का यह दायित्व बनता है कि शिमला शहर को हरा-भरा एवं स्वच्छ रखने में अपना सहयोग दें ताकि शहर को विश्व स्तरीय आकर्षक पर्यटक स्थल बनाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला शहर के सौन्दर्यकरण के अतिरिक्त यहां आने वाले लोगों की सुविधा के लिए जोधा निवास से जाखू मन्दिर तक रज्जू मार्ग का निर्माण कार्य प्रगति पर है और पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रदेश में इसी प्रकार के विभिन्न रज्जू मार्गों का निर्माण किया जा रहा है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि शिमला को विश्व भर में पहाड़ों की रानी के रूप में जाना जाता है और शहर के ऐतिहासिक वैभव को बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने रिज स्थित पदम देव व्यावसायिक परिसर में नगर निगम शिमला की कैश शाखा का उद्घाटन किया। इस शाखा के खुलने से लोगों को अपने बिलों को एक छत्त के नीचे जमा करवाने की सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने निगम के कर्मचारियों के कल्याण के लिए नगर निगम कर्मचारी कल्याण कोष का भी शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने आवास योजना के तहत हिमुड़ा द्वारा शिमला शहर के निर्धनों के लिए ढली में आशियाना-2 के तहत निर्मित आवासों की चाबियां प्रदान की। उन्होंने नगर निगम शिमला द्वारा तैयार स्वच्छ भारत मिशन विज्ञान (जिंगलस) का भी शुभारम्भ किया।

वीरभद्र सिंह ने शहरी विकास, पर्यटन विभाग एवं नगर निगम शिमला की शहर के सुनियोजित विकास के लिए किए जा रहे संयुक्त प्रयासों की सराहना की।

मुख्यमंत्री ने शिमला के रिज मैदान पर बुक कैफे का शिलान्यास भी किया, जहां प्रदेश के इतिहास और संस्कृति से जुड़ी दुलर्भ पुस्तकें पुस्तक प्रेमियों के लिए उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि कैफे के आरम्भ होने से यहां आने वाले लोगों और शोधकर्ताओं को शिमला शहर के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। वीरभद्र सिंह ने इस अवसर पर भारतीय सेना द्वारा प्रस्तुत शानदार बैंड की सलामी ली तथा इसके लिए सेना के प्रयासों की सराहना की। स्मारक ध्वजारोहण के पश्चात आट्रेक के जीओसी-इनसी पी.एम. हरिज और लेफ्टिनेंट जनरल रमन धवन द्वारा मुख्यमंत्री को इस अवसर पर समृति चिन्ह प्रदान किया।

शिमला नगर निगम के महापौर संजय चौहान ने मुख्यमंत्री तथा अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि नगर निगम शिमला शहर के ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के लिए प्रयासरत है ताकि शिमला को विश्व का आकर्षित पर्यटक स्थल बनाया जा सके। उन्होंने मुख्यमंत्री का विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं को समर्पित करने के लिए आभार प्रकट किया। अतिरिक्त मुख्य सचिव शहरी विकास मनीषा नन्दा ने भी मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *