- ई-पर्यटक वीजा सुविधा का लाभ उठाने वाले देशों में इंग्लैंड शीर्ष स्थान पर, उसके बाद अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी
नई दिल्ली: नवंबर 2015 में देश में ई-पर्यटक वीजा पर कुल 83,5001 विदेशी पर्यटक आए जबकि अक्टूबर 2014 में 2968 पर्यटक ही आए थे। इस प्रकार 2713.4 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। ई-पर्यटक वीजा सुविधा का लाभ उठाने वाले देशों में इंग्लैंड का शीर्ष स्थान रहा, उसके बाद क्रमश: अमेरिका,फ्रांस और जर्मनी रहे।
नवंबर 2015 के दौरान ई-पर्यटक वीजा की अन्य महत्वपूर्ण विशेषताएं इस प्रकार हैं:-
- जनवरी- नवंबर 2015 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर कुल 3,41,683 पर्यटकों का आगमन हुआ, जबकि जनवरी-नवंबर 2014 के दौरान 24963 पर्यटकों का आगमन हुआ था। इस प्रकार कुल 1268.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यह बढ़ोतरी 113 देशों के लिए ई-पर्यटक वीजा की शुरूआत के कारण हुई है जबकि आगमन पर पर्यटक वीजा सुविधा केवल 12 देशों पर ही लागू थी।
- नवंबर-2015 के दौरान ई-पर्यटक वीजा सुविधा का लाभ उठाने वाले 10 प्रमुख देशों का अनुपात इस प्रकार है:-
- इंग्लैंड (23.93) अमरीका(16.33%), रूस (8.17%) फ्रांस (7.64%), जर्मनी (5.60%), ऑस्ट्रेलिया (4.82%), कनाड़ा (4.71%), चीन (3.26%) यूक्रेन(2.03% ) और नीदरलैंड्स (1.75%)
नवंबर 2015 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर पर्यटकों के आगमन में 10 शीर्ष हवाई अड्डों का प्रतिशत हिस्सा इस प्रकार है-
नई दिल्ली (45.04%), मुम्बई (17.72%), गोवा (14.62%) बेंगलूरू (5.57%), चेन्नई (5.16%), कोच्चि (3.56%), कोलकाता (2.27%), हैदराबाद (2.19%), त्रिवेन्द्रम (1.44%) और अहमदाबाद हवाई अड्डा (0.93%)।
इलैक्ट्रोनिक यात्रा प्राधिकरण (ईटीए) के द्वारा 27 नवंबर 2014 को आगमन पर पर्यटक वीजा का शुभारंभ किया गया था, जिसे अब ई-पर्यटक वीजा योजना के तौर पर जाना जाता है। वर्तमान में ई-पर्यटक वीजा सुविधा भारत के 16 हवाई अड्डों पर आगमन के लिए 113 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं। ई-पर्यटक्वीजा शुल्क संरचना को 3 नवंबर 2015 से संशोधित किया गया है जिसमें 113 देशों को विभिन्न अंतर दरों के प्रभार अर्थात अमेरिकी डॉलर 0, अमेरिकी डॉलर 25, अमेरिकी डॉलर 48 और अमेरिकी डॉलर 60. के 4 समूहों में बांटा गया है। ई-पर्यटक वीजा शुल्क के बैंक प्रभार भी घटाए गए हैं।













