हिमाचल: सरकारी स्कूलों में शिक्षकों-गैर शिक्षकों को चार अप्रैल तक अवकाश

स्कूली बच्चों को लेकर केंद्र सरकार ने जारी की गर्मी की गाइडलाइन…

देशभर में बढ़ती गर्मी से लोग परेशान हैं वहीं केंद्र सरकार ने स्कूल जाने वाले बच्चों को तेज धूप में कुछ राहत प्रदान की है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार देर शाम राज्यों, आवासीय स्कूलों और सभी शिक्षा बोर्ड को नई गाइडलाइन जारी की है। छात्रों को स्पोर्ट्स, आउटडोर एक्टिविटी के लिए सीधे धूप में खड़ा नहीं कर सकेंगे। प्रार्थना सभा बंद क्लासरूम में होगी। इस गाइडलाइन में स्कूली बच्चों के परिवहन, खाने से लेकर उनको हाइड्रेशन से बचाने का भी ध्यान रखा गया है। स्कूली बस और बैन छाया में खड़ी करनी होंगी। जो छात्र साइकिल या पैदल आते हैं, उनके सिर हमेशा टोपी या कपड़े से कवर होने चाहिए। गाइडलाइन परीक्षा केंद्रों पर भी लागू होगी।

अभिभावक बच्चों को वाटर बोतल में ठंडा पानी, छाता से लेकर कैप लगाकर भेजें। यह स्कूल की जिम्मेदारी होगी कि वे यह जांचें सभी बच्चे अपनी वाटर बोतल में पानी लेकर आ रहे हैं। शिक्षकों की भी जिम्मेदारी होगी कि वे छात्रों को क्लासरूम से लेकर बाहर थोड़ी-थोड़ी देर में अपनी बोतल से पानी पीने के लिए प्रेरित करते रहें। इसके अलावा शिक्षकों और स्कूल प्रशासन को छात्रों को गर्मी से डि-हाइड्रेशन के बारे में जागरूक करना होगा। ऐसे समय में शौचालयों में साफ-सफाई पर भी ध्यान देना होगा। 

स्कूल में बच्चे हल्के रंग और ढीले कपड़े पहनकर आ सकते हैं। गर्मी को देखते हुए छात्रों को यूनिफॉर्म के नियमों में ढील दी जा सकती है। चमड़े के जूते की बजाय छात्र हल्के जूते पहन सकते हैं। हालांकि शर्ट पूरी बाजू की हो तो बेहतर है।

बच्चों को हीट-स्ट्रोक से बचाने के लिए स्कूल, टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टॉफ को ट्रेनिंग देनी होगी। इसमें ऐसी स्थिति में सबसे पहले बच्चे को ओआरएस का घोल देना जरूरी होगा। यदि ओआरएस का घोल नहीं है तो वे चीनी व नमक पानी में मिक्स करके दे सकते हैं। स्कूल में आवश्यक चिकित्सा किट उपलब्ध होनी चाहिए

गर्मी में खाना जल्दी खराब हो जाता है। इसीलिए स्कूलों में परोसा जाने वाले पीएम पोषण आहार की नियमित जांच करनी जरूरी है। यह गर्म और साफ हो। इसके अलावा अभिभावकों को भी निर्देश दिया गया है कि वे टिफिन में ऐसा खाना पैक करके न दें, जो जल्दी खराब हो जाता है। इसके अलावा अभिभावक ध्यान दें कि उनका बच्चा कभी भी खाली पेट घर से न निकले। बच्चों को लंच में हल्का खाना पैक करके दें

क्लासरूम हवादार, खुले और क्लास रूम में पंखे होने जरूरी हैं। खिड़कियों से सीधी धूप क्लासरूम में बच्चों पर न आए, इसके लिए परदे या कागज आदि से उसे कवर करके रखना होगा।

बच्चों को परीक्षा हॉल में अपनी पारदर्शी पानी की बोतल लाने की अनुमति दी जाए। परीक्षा केंद्रों को पेयजल सुनिश्चित करना चाहिए जो केंद्रों पर आसानी से उपलब्ध हो। परीक्षा केंद्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि परीक्षा हॉल में उनकी सीटों पर मांगे जाने पर उम्मीदवारों को तुरंत पानी की आपूर्ति की जाए। परीक्षा हॉल में पंखे लगाए जा सकते हैं. परीक्षा केंद्र पर प्रतीक्षा क्षेत्र पर पानी के साथ छायां हो। किसी भी आपात स्थिति के लिए परीक्षा केंद्रों को स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता और चिकित्सा केंद्रों से जोड़ा जाए।

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