बृहस्पति ग्रह को इन उपायों से मजबूत कर किसी भी कार्य में पाएं सफलता : आचार्य महेन्द्र कृष्ण शर्मा

ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति सुख और सौभाग्य का कारक है। कुंडली में बृहस्पति ग्रह का महत्वपूर्ण स्थान है। मात्र कुंडली में इसके शुभ होने पर व्यक्ति पर ईश्वर की कृपा बनी रहती है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी 9 ग्रहों में देवगुरु बृहस्पति सबसे बड़े और शुभ ग्रह माने गए हैं। बृहस्पति की कृपा पाने वाले व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य का साथ बना रहता है और उसे समाज में अपार मान-सम्मान मिलता है।

बृहस्पति ग्रह को इन उपायों से मजबूत कर किसी भी कार्य में पाएं सफलता : आचार्य महेन्द्र कृष्ण शर्मा

बृहस्पति ग्रह किस तरह से व्यक्ति के जीवन में मजबूत और कमजोर होता है इस विषय में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं आचार्य महेन्द्र कृष्ण शर्मा। यदि कुंडली में किसी जातक को गुरु ग्रह की शुभता प्राप्त करनी है तो आवश्यक है कि आप इन छोटे-छोटे उपायों को करके अपने बृहस्पति को मजबूत करें।

आचार्य महेन्द्र कृष्ण शर्मा के अनुसार किसी भी कार्य में सफलता के लिए बृहस्पति ग्रह का मजबूत होना जरूरी है। जब कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो भाग्य का साथ मिलता है। आप जिस भी काम में हाथ डालते हैं वह सफल होता है। विवाह समय से होता है, शिक्षा अच्छी मिलती है और गुरु की कृपा रहती है। यदि कुंडली में किसी जातक को गुरु ग्रह की शुभता प्राप्त होती है तो उसे जीवन के सभी सुख प्राप्त होते हैं। उसे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता मिलती है।

जिन जातकों की कुंडली में गुरु ग्रह उच्च भाव में हो तो सदैव देते हैं शुभ फल

यदि कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में हों, तो व्यक्ति की किस्मत चमक जाती है। उसकी आंखों में चमक और चेहरे पर तेज होता है। वो व्यक्ति किसी को भी अपने ज्ञान के समक्ष झुकाने की पूरी ताकत रखता है। ऐसे लोग जीवन में बहुत तरक्की प्राप्त करते हैं और दूसरों के प्रेरणादायी बनते हैं। उनके जीवन में धन की कभी कमी नहीं र​हती। गुरु व्यक्ति को धर्म और अध्यात्म का मार्ग दिखाता है और व्यक्ति को नम्र स्वभाव का बनाता है।

बृहस्पति ग्रह को ज्योतिष में सुख, वैभव, धन, वैवाहिक जीवन, संतान और विवाह के कारक ग्रह माने गए हैं। जिन जातकों की कुंडली में गुरु ग्रह उच्च भाव में विराजमान होते हैं वे सदैव अच्छा और शुभ फल देते हैं।

वहीं दूसरी तरह अगर कुंडली में गुरु ग्रह की दशा कमजोर है तो जातक के जीवन में विद्या, मान-सम्मान और धन की सदैव कमी रहती है। गुरु ग्रह से संबंधित उपाय करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ जाती है। बृहस्पति ग्रह कमजोर हो तो फिर विवाह में देरी, काम में असफलता, जीवन में निराशा जैसी नकारात्मकता बढ़ती हैं। किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिलती है।

बृहस्पति की शुभता पाने के लिए प्रत्येक दिन या फिर गुरुवार के दिन विशेष रूप से हल्दी या केसर मिलाकर स्नान करें। स्नान के बाद नाभि में केसर लगाया करें।

बृहस्पति की शुभता पाने के लिए कभी भी भूलकर अपने गुरु या किसी साधु-संत का अपमान न करें।  

बृहस्पति ग्रह की शुभता पाने के लिए किसी तोते को चने की दाल खिलाएं। इस उपाय से बुध एवं बृहस्पति दोनों की शुभता मिलेगी।

बृहस्पति की शुभता पाने के लिए स्वर्णपत्र में बना हुआ बृहस्पति यंत्र या फिर पुखराज न धारण कर सकें तो उसकी जगह हल्दी की गांठ को पीले कपड़े में बांधकर अपनी बाजु में धारण करें। साथ ही गुरुवार के दिन केले के वृक्ष की पूजा करें।

बृहस्पति की शुभता पाने के लिए पीले रंग के कपड़ों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें। यदि प्रतिदिन पीले रंग के कपड़े न पहन सकें तो पीले रंग के रुमाल का प्रयोग कर सकते हैं।

 ऐसे करें बृहस्पति को मजबूत

जिन लोगों का बृहस्पति कमजोर होता है उनको गुरुवार का व्रत करना चाहिए बृहस्पति उस ​दिन पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए।

गुरु को मजबूत करने के लिए आप ओम ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम: मंत्र का जाप मंत्र का जाप 3, 5 या 16 माला कर सकते हैं।

जिनका गुरु कमजोर होता है, उनको भोजन में बेसन, चीनी और घी से बने लड्डू का सेवन करना चाहिए।

जो लोग गुरुवार को व्रत रखते हैं, उनकी बुद्धि और विद्या बढ़ती है। विवाह की देरी दूर होती है। धन स्थिर होता है और यश बढ़ता है।

जिनका गुरु ग्रह कमजोर होता है, उनको पुखराज पहनना चाहिए।

आपको अपने माता-पिता, गुरु और बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। इससे भी गुरु ग्रह मजबूत होता है।

साफ-सफाई रखने, पीपल एवं ब्रह्मा जी की पूजा करने, गुरु की सेवा करने से भी गुरु ग्रह अच्छा रहता है।

वैवाहिक जीवन के लिए गुरु ग्रह का विशेष प्रभाव रहता है। वैवाहिक जीवन में सुखी और समृद्धि बनी रहे तो इसके लिए गुरुवार के दिन विष्णु भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा करें।

बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष की पूजा के बाद भगवान सत्यनारायण की या बृहस्पतिवार की कथा सुनना बहुत अच्छा माना गया है। इसके साथ ही इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनने से सेहत में सुधार होता है।

शिक्षा में सफलता के लिए

देव गुरु बृहस्पति ज्ञान और शिक्षा के कारक होते हैं अगर आपकी कुंडली में गुरु खराब है तो आपके शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में बाधाएं उत्पन्न होने लगती हैं। कई बार ऐसा देखा जाता है कि गुरु के कमजोर होने से व्यक्ति की स्मरण शक्ति भी कमजोर हो जाती है। कुंडली में गुरु खराब होने से व्यक्ति की पढ़ाई लिखाई में रुचि ही नहीं रहती है। यदि आप करियर में सफलता चाहते हैं, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी आप सफल नहीं हो रहे हैं तो आपको गुरुवार को गुरुग्रह से जुड़ी पीली वस्तुओं का दान करना चाहिए।

गुरु ग्रह के दोष को समाप्त करने के लिए ​गुरुवार के दिन स्‍नान से पहले पानी में एक चुटकी हल्दी डालें और इस पानी से स्नान करें। इसके बाद ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:मंत्र का जाप करें और माथे पर केसर का तिलक लगाएं। इसके बाद केले के वृक्ष पर जल और धूप दीप अर्पित करें।

गायत्री मंत्र को बहुत शक्तिशाली मंत्र माना गया है। यदि आपने किसी को गुरु नहीं बनाया है तो आपको नियमित रूप से गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इससे आपका गुरु ही नहीं बल्कि सूर्य ग्रह भी मजबूत होगा और जीवन की तमाम समस्याएं अपने आप चली जाएंगी।

किसी जरूरतमंद बच्चे को किसी मंदिर में जाकर किताबें दान करें और किसी गरीब को चने की दाल दान में दें। ऐसा करने से गुरु की स्थिति मजबूत होती है।

 गुरुवार के दिन इन बातों का रखें विशेष ध्यान

गुरुवार के दिन कुछ बातों को नहीं करना चाहिए अन्यथा गुरु और कमजोर होता है। साथ ही गुरुवार के दिन न ​तो ​किसी को उधार दें और न उधार लें। इससे गुरु की स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है और धन की हानि, आर्थिक कष्‍ट और ज्ञान में कमी आती है। गुरुवार को लक्ष्मी-नारायण दोनों की एक साथ पूजा करने से जीवन में खुशियां आती हैं। साथ ही धन में भी वृद्ध‍ि होती है।

गुरुवार को नाखून काटने और शेविंग करने से गुरु ग्रह कमजोर होता है, जिससे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

शास्त्रानुसार गुरु ग्रह किसी भी महिला की कुंडली में पति और संतान का कारक माना जाता है। अर्थात बृहस्पति ग्रह महिलाओं के जीवन में पति और संतान दोनों के जीवन को प्रभावित करता है। महिलाओं को इस दिन अपने बाल ना तो धोने चाहिए और ना ही काटने चाहिए।

गुरुवार को महिलाएं कपड़े धोने से बचें। इस दिन कपड़े धोने से आर्थिक नुकसान होता है।

इस दिन नाखून नहीं काटने चाहिए। ध्यान रखें प‌िता, गुरू और साधु-संत बृहस्पत‌ि का प्रतिनिधि करते हैं। कभी भी इनका अपमान न करें।

 

सम्बंधित समाचार

Comments are closed