शिमला: शिमला के एक निजी होटल से मजदूरों को निकाले जाने के विरोध में लाल झंडा यूनियन के कार्यकर्ताओं ने आज उपायुक्त कार्यालय के समीप प्रदर्शन किया। निकाले गए होटल कर्मियों ने आज सीटू के बैनर तले हाथों में लाल झंडा लिए होटल प्रबन्धन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सीटू सम्बन्धित होटल मज़दूर लाल झंडा यूनियन ने प्रदर्शन के दौरान निकाले गए मजदूरों की बहाली की मांग की है।
होटल मजदुर लाल झंडा यूनियन के महासचिव विनोद बरसांता ने कहा कि होटल सिसिल से 4 अक्टूबर को 4 मजदूरों को निकाल दिया गया उसके बाद 22 अक्टूबर को 28 मजदूरों को निकाल दिया गया। उन मजदूरों का केवल यह दोष था कि मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर संगठन का निर्माण किया, जबकि उन्होंने होटल प्रबन्धन से कोई मांग नहीं की थी। अपनी मांगों को उठाने के लिए संगठन निर्माण करना कोई गलत नही है, जिस कारण प्रबन्धन उन्हें कार्य से निकाल दे। विनोद बरसांता ने होटल प्रबन्धन को चेताते हुए कहा कि निकाले गए मजदूरों को अगर जल्द काम पर वापिस नही लिया गया और जिला प्रशासन अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नही करता इस तो लाल झंडा यूनियन मजदूरों को लामबंद कर आने वाले समय मे बड़ा आंदोलन करेगी।