ग्रैंड फिनाले ऑफ जूनियर मास्टरशेफ में 150 छात्रों ने लिया हिस्सा, मुख्य सचिव ने किया प्रतिभागियों को सम्मानित

  • मुख्य सचिव ने की ग्रैंड फिनाले ऑफ जूनियर मास्टरशेफ की अध्यक्षता

अंबिका/शिमला: बच्चों को व्यंजन बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए पर्यटन निगम द्वारा आयोजित प्रतियोगिता अत्यंत सराहनीय है। ऐसे आयोजन न केवल हिमाचली व्यंजनों को पहचान दिलवाने में मददगार सिद्ध होंगे बल्कि बच्चों को घर में व्यंजन बनाने के लिए भी उत्साहित करेंगे। यह बात आज मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने पर्यटन निगम तथा हिम आंचल शेफ ऐसोसिऐशन द्वारा बाल दिवस पर आयोजित ग्रैंड फिनाले आफ जूनियर मास्टरशेफ की अध्यक्षता के उपरांत पुरस्कार वितरण समारोह में अपने सम्बोधन में कही। इस प्रतियोगिता में हिमाचल के सरकारी व निजी स्कूलों (वरिष्ठ तथा कनिष्ठ वर्ग) के 150 छात्रों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि ने प्रतिभागियों को पुरस्कार भी वितरित किए।

मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने कहा कि हमारे देश व प्रदेश में अनेक किस्म के व्यंजन हैं। भारत के हर क्षेत्र के व्यंजन स्वास्थ्यवर्धक तथा यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप हैं। उन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्रों व उनके अभिभावकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को भोजन बनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए क्योंकि यह न केवल उन्हें अच्छा स्वास्थ्य देगा बल्कि उनके आने वाले जीवन के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चे भोजन बनाने में स्वावलम्बी होंगे तथा इस व्यवसाय में रूचि रखने वालो को भी सहायता मिलेगी। उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार हिमाचल में ऐसा आयोजन करने के लिए उनकी सराहना की।

इस अवसर पर देश के प्रतिष्ठित होटलों के अधिकारी, हिमाचल के विभिन्न स्कूलों के छात्र व अभिभावक भी उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रबंधन निदेशक पर्यटन निगम कुमुद सिंह ने बताया कि यह प्रतियोगिता हिमाचल के चार क्षेत्रों बिलासपुर, मनाली, धर्मशाला और शिमला में आयोजित की गई, जिसमें प्रतिभावान छात्रों को होटल होली-डे होम शिमला में आयोजित प्रतियोगिता के फिनाले के लिए आमंत्रित किया गया।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *