शिमला : नागर विमानन मंत्रालय भारत सरकार ने आज भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सहयोग से ज़िला मंडी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है। इसके अतिरिक्त मंत्रालय ने शिमला, कांगड़ा और कुल्लू हवाई अड्डों के विस्तार को भी स्वीकृति प्रदान की।
यह निर्णय आज यहां भारत सरकार के नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। इस बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मुख्य सचिव डॉ. श्रीकान्त बाल्दी ने भाग लिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि शिमला और कांगड़ा के हवाई अड्डों के विस्तार की लागत को केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय वहन करेगा। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का एक दल शीघ्र ही कुल्लू तथा मनाली हवाई अड्डों के विस्तार के सर्वेक्षण के लिए दौरा करेगा। उन्होंने कहा कि उड़ान-2 के तहत नागर विमानन मंत्रालय प्रदेश में छः प्रस्तावित हेलीपोर्ट के निर्माण तथा परिचालन की लागत के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने इसके अतिरिक्त उड़ान-1 के अंतर्गत वर्तमान सेवाएं पहले की तरह जारी रहेगी। सचिव, संयुक्त सचिव और महानिदेशक नागर विमानन मंत्रालय भारत सरकार, अध्यक्ष भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन हिमाचल प्रदेश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
- मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक मंजूरी देने पर प्रधानमंत्री का जताया आभार
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सहयोग से ज़िला मण्डी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण तथा शिमला, कांगड़ा और कुल्लू हवाई अड्डों के विस्तार के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला तथा कांगड़ा हवाई अड्डों के विस्तार पर होने वाले व्यय को केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय वहन करेगा। इसके अतिरिक्त कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे के विस्तार को लेकर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण दल सर्वेक्षण के लिए प्रदेश का दौरा करेगा। जय राम ठाकुर ने राज्य में प्रस्तावित छः हेली पोर्ट के निर्माण और संचालन व्यय को उड़ान-2 के अंतर्गत नागर विमानन मंत्रालय द्वारा वहन करने की सैद्धान्तिक स्वीकृति के लिए भी केन्द्र सरकार का धन्यवाद किया है।