शिमला: विधानसभा मानसून सत्र के दौरान आज विपक्ष की गैरमौजूदगी में मुख्यमंत्री के सदन में दिए वक्तव्य के बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। प्रश्नकाल में चिंतपूर्णी के विधायक बलबीर सिंह ने मुख्यमंत्री से चकौता धारकों का मामला उठाया ओर पूछा कि प्रदेश में चकौता धारकों के नाम कई जगह नही चढ़े है। सरकार इनके नाम भूमि करने का विचार रखती है।
जबाब में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चकौता धारकों को संपति अधिकार प्रदान करना योजना 2015 के तहत मालिकाना हक दिए जा रहे हैं।
भरमौर के विधायक जिया लाल ने कृषि मंत्री से तहसील पांगी के तहत धरवास में बन्द पड़े कृषि फार्म का मामला उठाया और पूछा कि सरकार इसे पुनः शुरू करने के लिए क्या कदम उठा रही है।
जबाब में कृषि मंत्री राम लाल मार्कंड़य ने कहा कि धरवास फार्म में कार्यरत अंशकालिक समस्त कर्मचारी नियमित होने के बाद स्थानांतरित हो गए जिसकी वजह से 2004-05 से यहाँ कृषि गतिविधियां बन्द पड़ी है। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर से इस फार्म में कृषि व पशुपालन अनुसंधान केन्द्र स्थापित करने का प्रस्ताव है जिसके लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया जारी है।
बैजनाथ के विधायक मुल्क राज प्रेमी के उनके क्षेत्र में बसों को लेकर पूछे गए सवाल के जबाब में परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने बताया कि चालकों परिचालकों की उपलब्धता पर बसें चलाने का विचार किया जाएगा। बैजनाथ बस डिपो के तहत 5 रूट व पालमपुर डिपो के एक रूट पर कुछ दिन पहले बस चलाने के बाद बन्द कर दिया गया।
विक्रम जरियाल भटियात ने शहरी विकास मंत्री से पूछा कि प्रदेश के कस्बों में प्लाट व मकान हेतु 5000 रुपए की अग्रिम राशि सहित आवेदन लिए थे। उनमें से कितने आवेदकों को प्लाट व मकान अलॉट किए। बाकी बचे आवेदकों को सरकार कब तक ब्याज सहित धनराशि वापिस करने का विचार रखती है।
शहरी विकास मंत्री सरबीन चौधरी ने बताया कि इस योजना में 72848 आवेदकों ने आवेदन किया था। 31 जुलाई 2019 तक कुल 193 आवेदकों को हिमुडा ने प्लॉट व फ्लैट आबंटित कर दिए गए है। बाकी बचे आवेदकों को 5 फ़ीसदी साधारण ब्याज सहित राशि लौटा दी जाएगी।










