- लड़कियों का पसंदीदा क्षेत्र फैशन डिजाइनिंग
प्रतिस्पर्धा के दौर में हर कोई अपने आपको एक बेहतरीन दिशा में स्थापित करने की ओर अग्रसर है। वहीं आजकल इस दौड़ में एक ओर प्रतियोगिताओं को लेकर बच्चों द्वारा सफलता हासिल करने के लिए भरसक प्रयास किए जाते हैं। हर कोई चाहता है कि अपने जीवन के लक्ष्य को वो सही दिशा प्रदान कर सके और अपने पैरों पर खड़ा हो सके। इसी के मध्य नजर हम अपना नया कॉलम कैरियर से संबंधित शुरू करने जा रहे हैं। आशा है आपके उज्जवल भविष्य के लिए यह बेहतरीन साबित होगा। इस बार हम अपने कॉलम के जरिए हम आपको फैशन डिजाइनिंग के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दे रहे हैं। क्योंकि लड़कियों के लिए फैशन डिजाइनिंग को लेकर अपने कैरियर के क्षेत्र में उनके भविष्य को सशक्त बनाने के लिए बेहतरीन जरिया साबित हो सकता है।
- युवाओं के लिए कमाई का एक अच्छा जरिया बन सकता है फैशन डिजाइनिंग
आज फैशन शहरों के साथ-साथ गांव के लोगों के लिए भी बदलाव लिए हुए है। गांव के लोग भी फैशन के प्रति काफी सजग हुए हैं। इसमें आए दिन जहां परिवर्तन देखने को मिलते हैं। वहीं अपने आपको हरेक व्यक्ति फैशन के हिसाब से ढालना चाहता है। चाहे रोजमर्रा का जीवन हो या फिर शादी- विवाह, जन्मदिन, तीज-त्यौहार या फिर कोई भी शुभ अवसर हों, हर कोई स्वयं को अलग और खूबसूरत देखना चाहता है। इसी क्षेत्र में फैशन डिजाइनिंग कैरियर आज के दौर में युवाओं के लिए कमाई का एक अच्छा जरिया बन सकता है।
- फैशन डिजाइनिंग में रोजगार के अच्छे अवसर
लड़कियों का पसंदीदा क्षेत्र फैशन डिजाइनिंग माना जाता है। फैशन आज एक ऐसे विशाल उद्योग का रूप ले चुका है, जिसमें सृजनात्मक सोच व कुछ नया करने वाली लड़कियों के लिए रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों से फैशनेबल परिधानों के निर्माता व आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की खास पहचान बनी है। भारत से होने वाले कुछ निर्यात का लगभग एक तिहाई हिस्सा वस्त्र उद्योग के द्वारा ही पूरा किया जाता है।
- फैशन डिजाइनिंग में नौकरी व स्वरोजगार की संभावनाएं बढ़ी
फैशन उद्योग के विस्तार व विकास के चलते इस क्षेत्र में नौकरी व स्वरोजगार की संभावनाएं बढ़ी हैं। फैशन मार्केट में प्रशिक्षुओं की आवश्यकता बढऩे के कारण सरकारी तथा निजी क्षेत्र के बहुत से स्तरीय संस्थान फैशन से संबंधित पाठयक्रमों को चला रहे हैं। इन संस्थानों में फैशन उद्योग की जरूरतों को देखते हुए प्रोफेशनल्स तैयार किए जा रहे हैं। प्रशिक्षित फैशन डिजाइनर वस्त्रों, परिधानों की कलात्मक व आकर्षक डिजाइनें तैयार करते हैं। बाजार और ग्राहक की रूचि व पसंद के अनुरूप इन परिधानों में एंब्रॉयडरी, ब्रीड्स आदि भी करती हैं।
- प्रमुख कोर्स
पाठयक्रम के अंतर्गत स्केचिंग, लाइनिंग, बेसिक डिजाइन, डिजाइन आइडिया, पैटर्न-मेकिंग, प्रोडक्षन, फैशन-कलर थ्योरी तथा सिलाई कटिंग आदि बातों का विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
- प्रवेश के लिए योग्यता
इनमें प्रवेश के लिए न्यूनतम योग्यता बारहवीं है। किसी भी विषय से बारहवीं पास इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। दाखिला प्रवेश परीक्षा व साक्षात्कार के आधार पर दिया जाता है।
- क्षेत्र
कुछ प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं-
- डिप्लोमा इन रिटेल ऐंड विजुअल मर्चेंडाइजिंग
- डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन डे्रस डिजाइनिंग
- फैशन डिजाइनिंग एंड क्लॉथ टेक्रोलॉजी
- टेक्सटाइल डिजाइनिंग विद कंप्यूटर एडेड डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन फैशन एंड अपैरल मर्चेंडाइजिंग
- इन कोर्सेस के जरिए लड़कियां अपना भविष्य सुनहरा बना सकती हैं।
फैशन इंडस्ट्री में आजकल कंप्यूटर एडेड फैशन डिजाइन की बहुत मांग है। इस कोर्स में कंप्यूटर स्क्रीन पर डिजाइनिंग का काम सिखाया जाता है। साथ ही वेब डिजाइन के माध्यम से फैशन के क्षेत्र में विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। कैड द्वारा फैशन में और अधिक रचनात्मक, सृजनात्मकता और मौलिकता लाने की कोशिशें की जाती हैं। दरअसल अब लगभग हर एक्सपोर्ट व प्रोडक्ट डेवलपमेंट कंपनियों में कंप्यूटर आधारित डिजाइनिंग का काम हो रहा है। पाठयक्रम पूरा करने के बाद आपको किसी भी फैशन उत्पाद इकाई में काम के अच्छे अवसर मिल जाते हैं।
अवसर
- कोर्स पूरा होने के बाद आपको फैशन डिजाइन तथा फैशन-को-ऑर्डिनेटर के रूप में राष्ट्रीय तथा बहुतराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। वर्तमान में फैशन क्लोथिंग टेक्रोलॉजी और टेक्सटाइल डिजाइनिंग के कारोबार में आ रहे बदलावों व जरूरतों के मद्देनजर ही प्रोफेशनल तैयार किए जा रहे हैं।
- इस तरह के कोर्सेस की फीस अधिक न होने के कारण इसे कोई भी लडक़ी आसानी से कर सकती है।
- फैशन एंड अपैरल मर्चेडाइजिंग के कोर्स को करने के बाद 3 माह की ट्रेनिंग के लिए संस्थानों द्वारा विभिन्न कपड़ा मीलों तथा टेक्सटाइल मीलों में भेजा जाता है।
- टेक्सटाइल डिजाइनिंग की नौकरी ओरिएंटेड कोर्स एक वर्ष में किया जा सकता है। इस कोर्स के अंतर्गत वस्त्र-प्रौद्योगिकी तथा टेक्सटाइल डिजाइनिंग के नवीनतम पैटर्न की जानकारी दी जाती है। प्रशिक्षण के बाद टेक्सटाइल व कपड़ा मीलों में विजुअल मैनेजर, पैकेजिंग मैनेजर, टेक्सटाइल एडवरटाइजर आदि के रूप में उनका चयन किया जाता है।