हमीरपुर: पूर्व आईएएस अधिकारी एसएम कटवाल बहुचर्चित भर्ती फर्जीवाड़े मामले में कोर्ट से सजा के बावजूद आत्मसमर्पण न करने के चलते बार-बार बच रहे थे जिन्हें आज विजिलेंस ने ऊना से गिरफ्तार कर लिया है। बार-बार नोटिस के बावजूद आत्म समर्पण नहीं किया। हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड (एचपीएसएसबी) के चेयरमैन रहे पूर्व आईएएस अधिकारी एसएम कटवाल के समय बोर्ड के माध्यम से वर्ष 2001-02 में सरकारी पदों पर भर्तियां हुई थीं।
प्रदेश में भाजपा की सरकार के रहते चयन बोर्ड के माध्यम से हुई इन भर्तियों में धांधली के आरोप लगे थे। वर्ष 2004 में कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही इस मामले की जांच के आदेश दिए थे। सैशन कोर्ट हमीरपुर ने 4 लोगों को दोषी करार देते हुए एक-एक साल की सजा सुनाई थी, जिसकी आगे अपील की गई परंतु बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी निचली अदालत के फैसले को ही बरकरार रखा और अपील को खारिज कर दिया था। 2 आरोपी उम्मीदवार ऊना के मदन गोपाल और चम्बा के राकेश को आत्मसमर्पण के बाद जेल भेज दिया गया। इसी मामले में बोर्ड के तत्कालीन पूर्व मैंबर विद्यानाथ को भी आत्म समर्पण के बाद जेल भेज दिया गया। सिर्फ कटवाल ही गिरफ्तारी से अब तक बचे हुए थे।