शिमला/ विधानसभा मॉनसून सत्र: आज सदन में प्रश्नकाल के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई अध्यक्ष ने ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा को वक्तव्य देने के लिए आमंत्रित किया। ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा दवारा ऊर्जा नीति पर दोबारा वक्तव्य देने पर विपक्ष ने आपत्ति जतायी। विपक्ष का कहना था कि जब ऊर्जा मंत्री इस विषय पर पहले ही विस्तार से जानकारी दे चुके हैं तो दोबारा वक्तव्य देने का क्या औचित्य है। इस पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
अध्यक्ष राजीव बिंदल ने भी विपक्षी कांग्रेस विधायकों के विरोध को गलत बताया और चर्चा नहीं करने से रोकते हुए कहा कि चेयर ने मंत्री को बोलने की अनुमति दी है। अध्यक्ष बिंदल ने कहा कि नियम 317 के अंतर्गत कोई भी मंत्री विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति से जनहित में वक्तव्य दोने के लिए स्वतंत्र है।
इस पर सदन का मौहाल गरमा गया और विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का आरोप था कि स्पीकर ने प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी विधायकों के सवाल भी नहीं लगने दिए। अध्यक्ष की राय से नाराज़ होकर उन्होंने सदन से वाकआउट किया है। विपक्ष का आरोप है कि ऊर्जा के क्षेत्र को पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ऊर्जा नीति में बदलाव किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के वॉकउट पर कहा कि विपक्ष जितनी चिंता हिमाचल के हितों की कर रहा है, उससे कहीं अधिक सरकार को है। सीएम ने विपक्ष के इस तरह के व्यवहार को चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष का व्यवहार अमर्यादित है और ऐसे व्यवहार की सदन में अपेक्षा नहीं है।