“नई राहें नई मंजिलें” के अन्तर्गत राज्य में होंगे नौ पर्यटन सर्किट

 "नई राहें नई मंजिलें" के अन्तर्गत राज्य में होंगे नौ पर्यटन सर्किट

“नई राहें नई मंजिलें” के अन्तर्गत राज्य में होंगे नौ पर्यटन सर्किट

शिमला: प्रदेश सरकार ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन के विविधिकरण के लिए ग्रामीण इलाकां में अनछुए और अप्रत्याशित पर्यटन स्थलों की पहचान के लिए 50 करोड़ रुपये के बजट आवंटन के साथ ‘नई राहें, नई मंजिलें’ नामक एक नई योजना की शुरूआत की है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।

मुख्य सचिव विनीत चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकान्त बाल्दी, मनीषा नन्दा, अनिल खाची और तरूण कपूर, सचिव कला, भाषा एवं संस्कृति पुर्णिमा चौहान, पर्यटन निदेशक सुदेश मोक्टा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

उन्होंने कहा कि राज्य पर्यटन विभाग ने नई योजना नई राहें नई मंजिलें के अन्तर्गत राज्य में नौ सर्किट तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि इन सर्किटों में जोगिन्द्रनगर-बरोट-कोठी-कोहर-राजगंगा-बीड़-बिलिंग, सुन्दरनगर-चैल चौक-कामरू नाग-शिकारी देवी-जंजैहली-देवी-जंजैहली, शिमला-खड़ापत्थर-रोहडू-संदासु-लरोट-चांशल-डोडरा-क्वार, धोलाधार सर्किट, बुद्धिष्ट सर्किट, भाखड़ा-बिलासपुर-सुन्दरनगर-जोगिन्द्रनगर-पौंगडैम, सोलन-हाब्बण-राजगढ़-शिलाई, मनाली-रोहतांग-तान्दी-उदयपुर-किलाड़ तथा नारकण्डा-बागी-खदराला-चिनी (कल्पा)-पांगी सर्किट शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि इनमें से तीन सर्किटों की पहचान के उपरान्त पर्यटन, लोक निर्माण, वन, भाषा, कला एवं संस्कृति विभागों के अधिकारियों की एक समिति चयनित सर्किटों का दौरा करेगी और स्थानीय पंचायतों तथा हितधारकों से परामर्श के उपरांत की जाने वाली गतिविधियों को प्रस्तावित करेगी। उन्होंने कहा कि इन सर्किटों में पार्क, वर्षा शालिकाएं, शौचालय, गलियां के रास्ते, पैदल मार्ग, मन्दिरों का सौदर्यीकरण, भू-निर्माण, सराएं निर्माण, सामुदायिक सभागार, ट्रैकर्ज़ आवास, जहां सम्भव हो सड़कों को चौड़ा करना, संकेत तथा यातायात दिशा चिन्ह, पार्किंग लाईटें, कूड़ादान तथा ठोस कचरा प्रणाली में सुधार इत्यादि पर्यटन अधोसंरचना को विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सर्किट में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक विशेष गंतव्य को आदर्श और अद्वितीय पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निजी पार्टियों के माध्यम से होम-स्टे, प्राकृतिक वॉक, ईको ट्रेलज, टै्रक्स एण्ड पथयात्रा तथा बागानों के ट्रिप आयोजित करने को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय व्यंजनों, लोक कलाकारों, स्थानीय कारीगरों, टूर गाइड, इको-गाइड, एडवेंचर गाइड इत्यादि को प्रोत्साहित किया जाएगा और इससे रोजगार के अवसर पर भी सृजित होंगे।

अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन राम सुभग सिंह ने पर्यटन सर्किटां पर विस्तृत पावर पांइट प्रस्तुति दी।

 

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