शिमला नगर निगम की बैठक में “सतापक्ष” का वॉकआउट, माकपा और कांग्रेस ने जल संकट पर डिप्टी मेयर को घेरा

जल संकट पर माकपा और कांग्रेस के पार्षदों ने की नारेबाजी

जल संकट पर माकपा और कांग्रेस के पार्षदों ने की नारेबाजी

शिमला: नगर निगम की आज मासिक बैठक थी। जिसमें नगर निगम शिमला के इतिहास में पहली बार सतापक्ष भाजपा के पार्षदों ने डिप्टी मेयर राकेश शर्मा समेत सदन से वॉकआउट किया। राजधानी शिमला में चल रहे जल संकट को और महापौर के चीन दौरे पर माकपा और कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान सदन में भी माकपा और कांग्रेस के पार्षदों ने नारेबाजी की और डिप्टी मेयर का घेराव किया। इस दौरान डिप्टी मेयर सदन से बाहर चले गए। सदन की कार्रवाई शुरू होने के साथ ही कुछ देर में खत्म हो गई। पार्षदों का कहना था कि राजधानी शिमला में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है और मेयर चीन के सैर-सपाटे में निकल गईं हैं। वहीं शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा है लेकिन भाजपा पार्षद इस मुद्दे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं। कच्चीघाटी से भाजपा पार्षद संजय परमार को छोड़कर किसी ने जनता की समस्या पर आवाज उठाने की हिम्मत नहीं दिखाई। पार्षद ने पानी न मिलने पर इस्तीफा देने की बात कही।

कांग्रेसी पार्षद आनंद कौशल, दिवाकर शर्मा, अर्चना धवन, राकेश चौहान, मीरा शर्मा ने भाजपा पार्षदों को पेयजल संकट का मुद्दा उठाने के लिए एकजुट होने को कहा लेकिन पार्षद अपनी सीट पर जमे रहे। विपक्षी पार्षदों ने कहा कि जो पार्षद पार्टी के दबाव में जनता की आवाज नहीं उठा रहे, उन्हें पार्षद पद पर रहने का अधिकार नहीं। वहीं महापौर की गैरमौजूदगी में उनके खिलाफ सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने की कांग्रेस की तैयारियां धरी रह गई। हालांकि, प्रस्ताव पर 17 पार्षदों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा के बाकी दो पार्षद भी तैयार हैं और मेयर के शिमला पहुंचने पर उन्हें नोटिस दिया जाएगा। नियमानुसार अविश्वास प्रस्ताव लाने से पहले नोटिस देने के लिए 18 पार्षदों के हस्ताक्षर जरूरी हैं।

कांग्रेस पार्षद आनंद कौशल ने कहा कि कई जगह टैंकर नहीं पहुंच रहे। वहां लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। माकपा पार्षद शैली शर्मा ने कहा कि जब तक माकपा पर दर्ज केस वापस नहीं लिया गया तब तक हाउस नहीं चलने देंगी। पार्षद सुषमा कुठियाला बोलीं कि निगम के कर्मचारी फोन नहीं उठा रहे, किसे शिकायत करें। पार्षद दिवाकर शर्मा, कुसुमलता ठाकुर, रचना, इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आठवें दिन भी दो बाल्टी पानी मिल रहा है। शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा है लेकिन भाजपा पार्षद इस मुद्दे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं।

कांग्रेसी पार्षदों ने विधायक अनिरुद्ध सिंह के साथ टॉलैंड में चक्का जाम किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जाम बढ़ने पर पुलिस के भी पसीने छूट गए। करीब आधा घंटा बाद यातायात बहाल हुआ। विधायक ने पेयजल संकट के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही निगम की नाकामी के लिए मेयर-डिप्टी मेयर को तुरंत हटाने की मांग की। इस दौरान पार्षद दिवाकर शर्मा, राकेश चौहान, इंद्रजीत सिंह, अर्चना धवन, मीरा शर्मा, रीता ठाकुर, तनुजा चौधरी, कुसुमलता ठाकुर, रचना, शारदा चौहान, कुलदीप ठाकुर, आनदं कौशल, सिमी नंदा, सुषमा कुठियाला, शैली शर्मा भी मौजूद रहे।

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