- नन्द लाल शर्मा के कारगर नेतृत्व में एसजेवीएन का हर क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव
- ग्लोबल सीएसआर एक्सीलेंस एवं लीडरशीप अवार्ड्स ने किया नन्द लाल शर्मा को ‘सीईओ ऑफ दि ईयर अवार्ड” से सम्मानित
शिमला : एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा को सीएसआर गतिविधियों के क्रियान्वयन में उत्कृष्टता हासिल करने और नए बेंचमार्क स्थापित करने के लिए ग्लोबल सीएसआर एक्सीलेंस एवं लीडरशीप अवार्ड्स द्वारा सीईओ ऑफ दि ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
स्टेकहोल्डरों, चाहे वे सरकार, आम जनता हो या परियोजना गतिविधियों के कारण प्रभावित होने वाले समुदाय हों, पर एसजेवीएन का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। यह सब शर्मा के कारगर नेतृत्व में मौजूदा नीतियों में नवोन्वेषी सीएसआर उपाय करने तथा योजनाओं पर समय पर अमल करने से संभव हुआ है।
एसजेवीएन सीएसआर संबंधी सरकारी अधिसूचनाओं के काफी पहले से अपने प्रचालनों के क्षेत्र में सीएसआर गतिविधियां अमल में ला रहा है। यहां यह उल्लेखनीय है कि एसजेवीएन अपनी सीएसआर एवं सततशीलता परियोजनाओं का परिचालन छः मुख्य क्षेत्रों नामतः स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, शिक्षा एवं दक्षता विकास, सततशील विकास, अवसंरचना एवं सामुदायिक विकास, प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता, संस्कृति विरासत एवं खेलों के संवर्धन में करता है। पिछले 5 वर्ष के दौरान 3500 से अधिक युवाओं को विभिन्न ट्रेडों नामतः वेल्डर, इलेक्ट्रिशियन, साईट लेखाकार, कटिंग एवं टेलरिंग, आतिथ्य सत्कार, बेड साईड परिचर इत्यादि में वोकेशनल ट्रेनिंग दिलवाई गई है जिससे रोजगार में लगने की दर में वृदि्ध हुई है। चिकित्सा देखभाल की बात की जाए तो एसजेवीएन, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार एवं अरुणाचल प्रदेश राज्य में 14 मोबाईल हेल्थ वैनों का प्रचालन कर रहा है। इसके अलावा 160 हैल्थ कैंपों का आयोजन किया जा चुका है जिससे दूरस्थ स्थानों के लगभग 40,000 मरीज लाभान्वित हो चुके हैं।
इसके अतिरिक्त ढली, शिमला में विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए स्कूल भवन बनाने, सोलन में एकीकृत मांसपेशीय दुर्विकार केन्द्र के निर्माण सहित विशेषतः सक्षम व्यक्तियों को अलिमको के जरिए मुख्य तथा सहायक उपकरण नियमित रूप से प्रदान किए जा रहे हैं।
एसजेवीएन पंचायत घरों, महिला मंडलों, क्रीडा स्थलों जैसी सामुदायिक परिसंपत्तियों के निर्माण के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा रहा है। हाल ही के वर्षों में एसजेवीएन ने 250 से ज्यादा सामुदायिक परिसंपत्तियों का निर्माण किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के विजन को साकार करने के लिए एसजेवीएन ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश और बिहार, चार राज्यों में स्थित स्कूलों में 2421 शौचालयों का निर्माण किया।