पूर्व स्वास्थ्य मन्त्री डा. बिन्दल ने लगाया वर्तमान कांग्रेस सरकार पर पूरी तरह विफल होने का आरोप

  • कहा, गोल्डन जुबली मनाने के एक माह भीतर ही मेडिकल काऊन्सिल ऑफ ईण्डिया ने किये आई.जी.एम.सी. के अनेक प्रपोजल रद्द

शिमला : डा. राजीव बिन्दल पूर्व स्वास्थ्य मन्त्री एवं विधायक नाहन, प्रमुख प्रवक्ता भाजपा ने हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार पर विफल सरकार होने का आरोप लगाते हुए कहा कि आई.जी.एम.सी. शिमला हिमाचल प्रदेश का महत्वपूर्ण चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा संस्थान है। सरकार ने आई.जी.एम.सी. को गोल्डन जुबली भी धूमधाम से मनाई परन्तु गोल्डन जुबली मनाने के 1 माह के भीतर ही मैडिकल काऊन्सिल ऑफ ईण्डिया ने आई.जी.एम.सी. के अनेक प्रपोजल को रद्द कर दिया और अनेक प्रकार की कमियां होने का पत्र जारी कर दिया।

डा. बिन्दल ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार को सत्ता में आए चार वर्ष पूर्ण हो चुके है। विगत् चार वर्षों में आई.जी.एम.सी. व डा. राजेन्द्र प्रसाद मैडिकल कॉलेज में MBBS एवं MD/MS की सींटे बढ़ाने के लिए अनेक बार एप्लाई किया परन्तु सरकार की नाकामी से MCI की कन्डीशनस को पूरा नहीं किया जिसका परिणाम् हुआ कि चार वर्षों में एक भी सीट MBBS की नहीं बढ़ी, एक भी सीट MD की नहीं बढ़ी, एक भी सीट MS की नहीं बढ़ी व एक भी सीट सूपर स्पेशियेलिटी की नहीं बढ़ी।

डा. बिन्दल ने कहा कि भाजपा की सरकार, प्रो. प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में 2008 में बनी उस समय तक आई.जी.एम.सी. में 65 सीटें MBBS की थी, डा. राजेन्द्र प्रशाद मैडिकल कॉलेज में 50 सीटें MBBS की थी। आई.जी.एम.सी. व टाण्डा मैडिकल कालेज में कुल 38 सीटें MD/MS की थी व एक भी सीट Mch/DM (Super Specialty) की नहीं थी। पूर्व भाजपा सरकार ने 3 वर्षों में MBBS की सीटों को 65 से बढ़ाकर 100 किया व 50 से बढ़ाकर 100 किया, MD/MS की सीटों को 38 से बढ़ाकर 149 किया और सूपर स्पेशियेलिटी (Mch/DM) की नई आठ सीटें प्रारम्भ की गई।

डा. बिन्दल ने कहा क्योंकि पूर्व सरकार द्वारा सभी सुविधाओं एवं मानकों को समय रहते पूरा किया गया, जिसके परिणाम् स्वरूप MBBS, MD/MS, Mch/DM की सीटों को बढ़ाने में कामयाबी मिली परन्तु वर्तमान कांग्रेस की प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है।

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