- रूसा को लागू करके प्रदेश कांग्रेस सरकार ने बच्चों के प्रति अपराधिक कृत्य किया
शिमला: नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि रूसा (राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान) की समीक्षा किए बिना प्रदेश में लागू करके प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अक्षम्य अपराध किया है। जल्दबाजी में रूसा को लागू करने की सरकार की हठधर्मिता का खामियाजा एक पूरी युवा पीढ़ी को चुकाना पड़ रहा है जिसको सरकार ने अधेंरे की गर्त में धकेल दिया है।
प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रत्येक सरकार की सोच होती है कि वह ऐसे कार्यक्रम व नीतियां शुरू करे जिससे न केवल लोकप्रियता मिले बल्कि सामाजिक विकास के साथ-2 युवाओं के भविष्य के प्रति भी खरी उतरे। इसी के दृष्टिगत पूर्व भाजपा सरकार ने सरस्वती बाल संकल्प जैसी योजनाएं शुरू की थी जिसके तहत प्रत्येक प्राईमरी स्कूल में तीन कमरो के साथ पर्याप्त अध्यापक सहित सभी बुनियादी सुविधाओं को प्रदान करने की योजनाओं को साकार रूप दिया था और लगभग ऐसे ही उदेश्यों के साथ पूर्व में अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी ने माध्यमिक शिक्षा के उत्थान के लिए सर्वशिक्षा अभियान की शुरूआत की। जिसे न केवल देश-दुनिया ने सराहा बल्कि यूपीए सरकार ने भी इस योजना के फायदे को देखकर इसे अपनाया।
प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि यूपीए शासनकाल में मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने विदेशों से आयातित सोच के मद्देनजर रूसा की शुरूआत की। प्रदेश में पूर्व भाजपा सरकार ने छात्रों और अध्यापकों के विरोध को देखते हुए इसकी समीक्षा की और इसे हिमाचल प्रदेश की परिस्थितियों के अनुकूल न पाकर प्रदेश में लागू करने का विरोध किया। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के पश्चात कांग्रेस सरकार ने अपनी हठधर्मिता के चलते इसको लागू किया और उस समय भाजपा ने इसका विरोध विधानसभा में भी और उसके बाहर भी किया, परन्तु उस समय कांग्रेस सरकार ने किसी की नहीं सुनी और आज यह परिणाम है कि तीसरे सेमेस्टर में पहुंच चुके विद्यार्थियों का परिणाम प्रथम सेमेस्टर का निकल रहा है और वो भी पूरा नहीं है और इसमें भी लगभग 93 प्रतिशत विद्यर्थी असफल घोषित किए गए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रूसा लागू करने से पूर्व शिक्षा के आधारभूत ढांचे में परिवर्तन करने की आवश्यकता थी, जिसके लिए अत्यधिक निवेश की जरूरत थी। जो बिना केन्द्रीय सहायता के संभव नहीं था, परन्तु कांग्रेस ने बिना कोई समीक्षा किए इसे प्रदेश में लागू करके विद्यार्थियों के प्रति अपराध किया है। आज वह विद्यार्थी दोराहे पर खड़े हैं क्योंकि रूसा प्रणाली के अंतर्गत सफल हुए विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय व अन्य प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में मान्यता नहीं मिल रही है जिसकी वजह से वे उच्च शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा इस मामले में पूरी तरह से स्पष्ट है कि बुनियादी ढांचे में परिवर्तन किए बिना व पर्याप्त टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ का प्रबन्ध किए बिना रूसा को लागू करके प्रदेश कांग्रेस सरकार ने बच्चों के प्रति अपराधिक कृत्य किया है। उन्होनें कहा कि भाजपा सरकार आने पर रूसा को पूरी तरह से बंद करेगी और लाखों छात्रों के भविष्य को अंधकारमय बनाने के प्रति जिम्मेदार व्यक्तियों की जवाबदेही को सुनिश्चित किया जाएगा।