हिमाचल: स्टार्टप व उद्यमियों ने जाने बौद्धिक संपदा अधिकार,पीएचडीसीसीआई का दो दिवसीय आईपी यात्रा कार्यक्रम संपन्न
हिमाचल: स्टार्टप व उद्यमियों ने जाने बौद्धिक संपदा अधिकार,पीएचडीसीसीआई का दो दिवसीय आईपी यात्रा कार्यक्रम संपन्न
शिमला: केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के सहयोग से पीएचडी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा हिमाचल प्रदेश में उद्यमियों तथा स्टार्टअप्स को बौद्धिक संपदा अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए राजधानी शिमला में चल रहा दो दिवसीय नेशनल आईपी यात्रा कार्यक्रम शुक्रवार को संपन्न हो गया। गुरुवार को इस कार्यक्रम का उदघाटन खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, परिवहन तथा उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आईएएस आर.डी नज़ीम ने किया था। दो दिन तक चले विभिन्न सत्रों में भारी संख्या में विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों,स्टार्टअप तथा उद्योगपतियों ने भाग लिया।
आज दूसरे दिन बौद्धिक संपदा अधिकारों का प्रवर्तन विषय पर आयोजित तकनीकी सत्र के दौरान इंटीग्रम आईपी की संस्थापक श्वेता सेन थलवाल ने बताया कि अपने बौद्धिक संपदा अधिकारों की कानूनी वैधता कैसे सुरक्षित रखें। बौद्धिक संपदा अधिकारों का प्रभावी संरक्षण और प्रवर्तन के विषय पर विचार व्यक्त किए। इसके अलावा उन्होंने भारत में बौधिक संपदा अधिकारों के उलंघन्न पर कार्रवाई के प्रावधान को लेकर भी जानकारी दी। दूसरे तकनीकी सत्र के दौरान सीएसआईआर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ.सुखजिंदर सिंह ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर प्रस्तुति दी।
पीएचडीचैंबरऑफकामर्सकीनिदेशकएवंकार्यक्रमसंचालककंचनजुत्शी ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में इनोवटिव कार्य कर रहे उद्यमियों तथा स्टार्टअप को उनके उत्पादों के पंजीकरण करवाकर अंतरराष्ट्रीय मार्केट में नई पहचान दिलाना है। उन्होंने बताया कि दो दिन चले इस कार्यक्रम को लेकर स्टार्टअप में भारी उत्साह देखने को मिला है।एनएसआईसी के पूर्व चेयरमैन एवं पीएचडीसीसीआई के सलाहकार एच.पी.कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम से लोगों को आईपीआर पॉलिसी तथा इस संबंधी नियमों के बारे में जानकारी मिली है। जिससे वह अपने उत्पाद को मार्केट में बेहतर तरीके से उतार सकते हैं। पीएचडीसीसीआई हिमाचल के स्थानीय निदेशक अनिल सौंखला आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यहां विशेष रूप से एक हेल्प डेस्क लगाया गया। जिसके माध्यम से उद्यमियों तथा स्टार्टअप को आईपीआर के संबंध में लिखित जानकारियां तथा एमएसएमई की योजनाओं के बारे में बताया गया।