उपायुक्त ने किया शुभारम्भ, बोले मेला केवल खरीदारी का अवसर नहीं, बल्कि संवेदना, सहयोग और आत्मनिर्भरता का उत्सव
मण्डी: दीपावली के पावन अवसर पर आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता और आजीविका समर्थन के उद्देश्य से दीपावली मांडव हिम ईरा आजीविका मेला का शुभारंभ आज उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने इंदिरा मार्केट, मंडी में रिबन काटकर किया। यह मेला 15 से 19 अक्तूबर तक चलेगा। यह आयोजन आपदा प्रभावित परिवारों की आर्थिक पुनर्बहाली और आत्मनिर्भरता की दिशा में जिला प्रशासन की संवेदनशील पहल है।
उपायुक्त ने कहा कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य उन परिवारों को सहयोग देना है जिनकी आजीविका हालिया प्राकृतिक आपदा के दौरान प्रभावित हुई है। यह आयोजन राष्ट्रीय आजीविका मिशन और राज्य आजीविका मिशन के तहत किया जा रहा है, जिसमें जिले के 14 विकास खंडों के स्वयं सहायता समूहों और भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी की सक्रिय भागीदारी है।
उपायुक्त ने बताया कि 16 अक्तूबर को रेड क्रॉस सोसाइटी मंडी द्वारा इसी स्थल पर रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने सभी एनजीओ, स्वयंसेवी संस्थाओं, युवाओं और नागरिकों से इस पुनीत कार्य में भाग लेने की अपील की।अपूर्व देवगन ने नागरिकों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह मेला केवल खरीदारी का अवसर नहीं, बल्कि संवेदना, सहयोग और आत्मनिर्भरता का उत्सव है।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त गुरसिमर सिंह, एडीएम डॉ. मदन कुमार, जिला विकास अधिकारी (ग्रामीण विकास) गोपी चंद पाठक, खंड विकास अधिकारी तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
आपदा प्रभावितों के लिए नई उम्मीद का मेला
मेले का उद्घाटन करने के बाद उपायुक्त ने सभी स्टॉलों का अवलोकन किया और स्वयं सहायता समूहों व कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह मेला उन परिवारों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है, जो आपदा से प्रभावित होकर अपनी आजीविका खो चुके हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि दीपावली की खरीदारी करते समय यहां आकर भी इन स्टॉलों से सामान खरीदें और आपदा प्रभावित परिवारों का सहयोग करें।
दिव्यांगजनों को मिली सहायता
इस अवसर पर उपायुक्त ने भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी मंडी के माध्यम से आए दिव्यांगजन सिद्धु राम (गांव शिवावधार), चिराग भारद्वाज (गांव धियूं), भावना देवी (गांव तांदी), शांति देवी (गांव रोशो) और नर्वदा देवी (गांव चंदयाना) को व्हील चेयर भेंट कीं।
स्वयं सहायता समूहों की सक्रिय भागीदारी
मेले में जिले के 14 विकास खंडों के स्वयं सहायता समूह भाग ले रहे हैं। इनके लिए कुल 24 निःशुल्क स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें हैंडलूम उत्पाद (शॉल, स्टॉल, स्वेटर, दस्ताने, पट्टू, जेंट्स ब्लेज़र, कान्हा ड्रेस), मिट्टी के दिए, पाइन नीडल उत्पाद, सीरा, बड़ीयां, घी, शहद, स्थानीय व्यंजन, मिलेट उत्पाद और दीपावली विशेष मिष्ठान जैसे कोदरे के लड्डू व नारियल बर्फी प्रमुख आकर्षण हैं।