शिमला में बारिश का कहर.. भूस्खलन और पेड़ गिरने से कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त; भवनों को खतरा

शिमला: राजधानी शिमला में बीती रात बारिश से शहर के अलग अलग क्षेत्रों में कई गाड़ियां भूस्खलन के कारण पेड़ गिरने और मलबे से क्षतिग्रस्त हुई है।

पंथाघाटी में एक 5 मंजिला बिल्डिंग के आगे लगी सेफ्टी वॉल ढह गई। इससे मकान को खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन ने खतरे को भांपते हुए मकान खाली करवा दिया है।

वहीं शिमला के बीसीएस में भी लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने से 4 गाड़ियां चपेट में आ गई। उधर, शिमला के पांजड़ी में ही नाले में मलबा आने से पार्किंग में खड़ी 8 से ज्यादा गाड़ियों को नुकसान हुआ है, रुलदू भट्टा में भी काफी नुकसान हुआ। शिमला शहर में जगह जगह लैंडस्लाइड से काफी नुकसान की सूचना है।

शिमला शहर के अलग- अलग क्षेत्रों में 20 से ज्यादा गाड़ियों को लैंडस्लाइड, पेड़ गिरने और मलबे से नुकसान हुआ है। शिमला के सर्कुलर रोड पर हिमलैंड के पास रात में लैंडस्लाइड से पांच गाड़ियां मलबे में दब गई। इससे शिमला की लाइफ लाइन कहे जाने वाला सर्कुलर रोड वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद हो गया। सड़क पर दोनों और लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। जिस वजह से ऑफिस जाने वाले लोग, स्कूली बच्चों, कामकाजी लोग पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचे। सर्कुलर रोड को सुबह 9.55 बजे करीब 6 घंटे बाद बहाल किया जा सका।

शिमला के BCS में भी लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने से 4 गाड़ियां चपेट में आ गई। टूटीकंडी ISBT के साथ लगते पांजड़ी क्षेत्र में नाले में मलबा आने से पार्किंग में खड़ी कई  ज्यादा गाड़ियों को नुकसान हुआ है।  पांजडी में गिरी मिट्टी और पत्थरों का कुछ हिस्सा एक मंदिर के भोजगृह की छत तक पहुंच गया। हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक किसी तरह के जानी नुकसान नहीं हुआ है।

पीएनटी कालोनी में भूस्खलन से एक कश्मीरी मजदूर इसकी चपेट में रात के समय आ गया। वहां मौजूद लोगों ने मलबे में फंसे मजदूर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

जबकि पंथाघाटी में एक 5 मंजिला बिल्डिंग के आगे लगी सेफ्टी वॉल ढहने से मकान को खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन ने खतरे के चलते मकान खाली करवा दिया है।

विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि शिमला शहर में दे रात भारी बारिश हुई जिसके चलते काफी जगह लैंड स्लाइड हुआ है।  हिमलैंड में सुबह तीन बजे लैंडस्लाइड हुआ है जिसमें हालांकि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन कई गाड़ियां इसमें दब गई है इसके अलावा दो पेड़ भी खतरा बने हुए हैं जिन्हें हटाने के निर्देश दिए हैं।

सम्बंधित समाचार

Comments are closed