हमीरपुर: इस वर्ष का मॉनसून सीजन जिला हमीरपुर में भारी तबाही लेकर आया है। जिला में 20 जून से शुरू हुए बरसात के मौसम में अगर अभी तक के नुक्सान के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह 332.68 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा शुक्रवार दोपहर को जारी रिपोर्ट के अनुसार अभी तक जल शक्ति विभाग को सर्वाधिक 183.99 करोड़ रुपये की क्षति हो चुकी है। जबकि, लोक निर्माण विभाग को भी 135.96 करोड़ रुपये का नुक्सान हुआ है। बिजली बोर्ड को 2.07 करोड़ और शिक्षा विभाग को 1.99 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य विभाग डेढ़ लाख और मत्स्य पालन विभाग को 55 हजार रुपये की क्षति हुई है। बागवानी विभाग ने विभिन्न फसलों को हुए 18.06 लाख रुपये और कृषि विभाग ने 35.02 लाख रुपये के नुक्सान की रिपोर्ट प्रेषित की है।
67 कच्चे मकान और 4 पक्का मकान ध्वस्त होने से लगभग दो करोड़ रुपये के नुक्सान का अनुमान है। 408 अन्य कच्चे मकानों और 35 पक्के मकानों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है, जिससे 2.62 करोड़ रुपये से अधिक का नुक्सान हुआ है। 50 अन्य भवनों को भी लगभग 19.88 लाख रुपये की क्षति पहुंची है। जिले भर में 133 डंगे गिरे हैं, जिनमें लगभग 1.15 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। 494 गौशालाओं के ध्वस्त होने से लगभग 2.09 करोड़ रुपये का नुक्सान हुआ है।
उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि सभी विभागों के फील्ड अधिकारियों को हर तरह के नुक्सान की पूरी रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए गए हैं और फील्ड से लगातार नुक्सान की रिपोर्ट्स आ रही हैं। सभी प्रभावित परिवारों को फौरी राहत प्रदान की गई है तथा उनकी अन्य मदद के लिए भी त्वरित कदम उठाए गए हैं।