कार्यशाला में जैव विविधता के महत्व, योगदान, संरक्षण की दी जाएगी जानकारी
शिमला : राज्य जैव विविधता बोर्ड 22 जून को कुल्लु के देवसदन ढालपुर में जैव विविधता से सम्बन्धित मुद्दों तथा जैवविविधता अधिनियम, 2002 एवं जैवविविधता नियम, 2004 के कार्यान्वयन हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन कर रहा है।
राज्य विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद, हि.प्र. के संयुक्त सदस्य सचिव, कुणाल सत्यार्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन जिला कुल्लु के जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्यों और समस्त ग्राम पंचायत प्रधानों तथा जैवविविधता हितधारक विभागों जैसे वन, कृषि, बागवानी, मत्स्य, शिक्षा पशुपालन, आयुर्वेद तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को जैवविविधता से सम्बन्धित मुद्दों के बारे अवगत कराना है। प्रशिक्षण कार्यशाला में जैव विविधता के महत्व, योगदान, संरक्षण तथा सतत् उपयोग बारे जैविक हितधारकों को जानकारी प्रदान की जाएगी।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में पांच विकास खण्डों, चार वन मण्डलों के ग्राम पंचायत प्रधानों, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, कुल्लु के अधिकारी एवं कर्मचारियों को जैव विविधता के महत्व, इसके योगदान, जैव विविधता अधिनियम, 2002 और नियम, 2004, जैवविविधता प्रबन्धन समितियों का गठन पंचायत स्तर पर, जैवविविधता रजिस्टर तैयार करने तथा कुल्लु जिले के जैविक संसाधन पहुंच से सौम्यपूर्ण लाभ आबंटन बारे अवगत कराया जाएगा। वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बजौरा द्वारा जैवविविधता पर एकांकी प्रस्तुत की जाएगी। निदेशक पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, अरण्यपाल कुल्लु, जिलाधीश कुल्लु व कुल्लु जिले के सभी वन मण्डल अधिकारी संयुक्त सदस्य सचिव तथा वरिष्ठ वैज्ञानिक, राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण, परिषद हि.प्र. से इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।