हिमाचल: प्रदेश में सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने का काम कर रही है, इसके मध्यनज़र, किसानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए कम्पोस्ट खरीद योजना 11 दिसम्बर 2024 से शुरू हुई है। इससे अब किसानों व पशुपालकों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा, जिसके अंतर्गत किसानों तथा पशुपालकों से कम्पोस्ट खरीदा जा रहा है। इस योजना का पैसा किसानों को सीधे बैंक खातों में भुगतान हो रहा है। यह जानकारी देते हुए निदेशक कृषि कुमद सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की यह महत्वाकांक्षी और जनहितैषी कम्पोस्ट खरीद गारंटी योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और लोगों को पशुधन के महत्व को समझाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। इस योजना के तहत किसान पशुपालकों से सीधे कृषि विभाग के माध्यम से 3 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से कम्पोस्ट की खरीद की जा रही है यानी एक किं्वटल पर 300 रुपये और उनका भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि यह योजना सरकार की दूरगामी सोच का परिणाम है, जो पशुपालन से जीवन निर्वाह कर रहे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है, कोई भी किसान पशुपालक इस योजना का लाभ उठा सकता है। योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है, ताकि वे इसका लाभ उठा सकें। राज्यभर में कई लोग योजना के तहत कृषि विभाग को कम्पोस्ट बेच चुके हैं, जिसकी राशि भी उनके खाते में आ चुकी है। प्रदेश में 20 फरवरी 2025 तक 105 किसानों से 421 क्विंटल कम्पोस्ट की खरीद की गई है, जिसमे 3 रूपये प्रति किलो की दर से कुल 1,26,300 रू0 की राशी विभिन्न जिलों के किसानों/पशुपालकों को आवंटित की गई। कुल्लू जिले में 28 फरवरी, 2025 तक 24 किसानों की पहचान की गई है जो विभाग को 197 क्विंटल कम्पोस्ट की आपूर्ति करवाने के इच्छुक है। योजना से न सिर्फ किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है, बल्कि प्राकृतिक खाद के इस्तेमाल को भी बढ़ावा मिल रहा है।
जिससे रासायनिक खादों पर निर्भरता कम होगी। कम्पोस्ट की खरीद हेतू कृषि विभाग द्वारा निविधाएं आमन्त्रित की गई थी, जिसमें से बी आर ऑर्गेनिक्स फर्टिलाईजर आईएनडी चलाह पी.ओ.गुटकर जिला मंड़ी एच.पी. को स्वीकृत किया गया, भविष्य में इस कम्पोस्ट को विभाग द्वारा यह पंजीकृत ऐजैंसी ही खरीदेगी। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक किसान अपने निकटतम कृषि कार्यालय, ब्लॉक स्तर पर कृषि विशेषज्ञ, जिले के कृषि उप-निदेशक, जिला कृषि अधिकारी से या पंजीकृत ऐजैंसी के फोन न0 8278856756 पर सम्पर्क करें। (दूरभाष नम्बर विभागीय वैवसाईट https://agriculture.hp.gov.in से प्राप्त कर सकते हैं)।