प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना इस खरीफ मौसम में भी रहेगी जारी : कृषि निदेश डॉ.कौंडल

‘मेरी पॉलिसी, मेरे हाथ’ कार्यक्रम का शुभारम्भ 1 फरवरी से – कृषि विभाग निदेशक कुमुद सिंह

कृषि विभाग का ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ घर-घर वितरण अभियान 1 फरवरी से 15 मार्च हर ग्राम पंचायत में होंगे कार्यक्रमः किसानों को मिलेगी फसल बीमा पॉलिसी

शिमला: कृषि विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के किसानों को उनकी फसल बीमा पॉलिसी घर-घर मिले उसके लिए 360° घर-घर वितरण अभियान 1 फरवरी से 15 मार्च 2025 तक मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के सभी किसानों को प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना व पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना बारे जागरूक किया जायेगा।

इस अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए कृषि विभाग निदेशक कुमद सिंह ने बताया कि भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के अंतर्गत फसल बीमा पॉलिसी वितरण अभियान ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ का शुभारम्भ 26 फरवरी 2022 को किया गया था। जिसका उद्देश्य देशभर के उन किसानों तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का पॉलिसी दस्तावेज पहुंचाना है, जिन्होंने यह बीमा लिया है। किसानों को दावा करने में समस्याओं का सामना ना करना पड़े इसलिए उनको फसल बीमा के पूरे दस्तावेज दिए जाते हैं। इससे पहले उनके पास बीमा का कोई पुख्ता सबूत नहीं होता था। इस आयोजन के दौरान सभी जिलों में कृषि विभाग के अधिकारी तथा कृषि बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि उपस्थित रहेगें।

उन्होंने आगे कहा कि योजना के अंतर्गत किसानों की फसलों को बुआई से लेकर कटाई तक प्राकृतिक आपदाओं जैसे कि आग, आसमानी बिजली, सूखा, शुष्क अवधि, आँधी, ओलावृष्टि, चक्रवात, तूफान, कीट व रोगों आदि से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति करना है। इसके अलावा अगर किसान कम वर्षा या प्रतिकूल मौसमी व्यवहार के कारण समय पर बुवाई नहीं कर पाता है तो भी उसे बीमा आवरण मिलेगा। इसके साथ साथ इस योजना में कटाई के उपरांत खेत में सुखाने हेतु रखी फसल यदि 14 दिन के भीतर चक्रवाती व बेमौसमी बारिश के कारण खराब हो जाती है तो क्षतिपूर्ति का आंकलन खेत स्तर पर ही किया जाता है। यह योजना ऋणी किसानों के लिये अनिवार्य तथा गैर ऋणी किसानों के लिए स्वैच्छिक है।

उन्होंने बताया कि प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत संभावित क्षेत्रों में खरीफ मौसम में मक्की व धान तथा रबी मौसम में गेहूं तथा जौ की फसलें सम्मिलित की गई है इसके अंतर्गत किसानों के लिए प्रीमियम की दर खरीफ में 2% तथा रबी के मौसम में 1.5% रखी गयी है। पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना में खरीफ मौसम में आलू, टमाटर, अदरक, मटर, बंदगोभी, बोकली, शिमला मिर्च तथा फूलगोभी और रबी मौसम में आलू, टमाटर, लहसून, मटर, बंदगोभी, फूलगोभी तथा शिमला मिर्च सम्मिलित की गई है। इसके अंतर्गत किसानों के लिए प्रीमियम की दर खरीफ व रबी दोनों मौसम में 5% रखी गयी है। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2016 से (खरीफ, 2016) से अब तक (रबी, 2024-25) तक कुल कवर किये गए किसानो की संख्या 19,03,446 तथा लाभान्वित किसानो की संख्या 5,91,337 है। इन दोनों योजनाओं में किसानों को 2016 से लेकर अभी तक कुल 217.03 करोड़ रूपए जमा प्रीमियम में से 131.21 करोड़ रूपए क्षतिपूर्ति के रूप में दिए गये हैं।

कुमद सिंह, ने किसानों का आह्वान किया कि वह योजना के मूल उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस अभियान में बढ़चढ़ कर भाग लें।

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