अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल शिमला की चौथी शाम पहाड़ी कलाकारों ने मचाई धूम

अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल शिमला की चौथी शाम पहाड़ी कलाकारों ने मचाई धूम

अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल शिमला की चौथी शाम पहाड़ी कलाकारों ने मचाई धूम

शिमला : अंतरराष्ट्रीय समर फेस्टिवल शिमला की चौथी सांस्कृतिक शाम पहाड़ी कलाकारों के नाम रही है। हेमंत शर्मा ने जहां एक से बढ़कर एक पहाड़ी गाना पेशकर दर्शकों का खूब नचाया। हेमंत ने होवे लालिए हो, मेरे प्यारुवा मेरे खाणी जलेबी, बोतला फूटी, झुमियो रोहड़ू से जातरे, आछा लागा वि¨दयेरा दाढू, तेरा मेरा प्यार कमली, हारा गाव हारा देश प्यारा सोणा पहाड़ जैसे गाने पेश किए। तो वहीं आशीष ने लग जा गले, वांहों में चले आओ गाने गाकर दर्शकों का मनोरजन किया। इसके बाद सार्थक ने मामटिया बोलू देया राम, लाशा डोलू दा धमाका, मन्नत सूद ने ओ मेरे सोना रे गाना गाकर दर्शकों की वाहवाही लूटी। इसके साथ ही विद्या देवी ने करसोग का नैणी गाना गाकर दर्शकों की तालियां बटोरी। इसके अलावा बिमला देवी ने ना कर गोरिये मैली अखिया कल परदेसी चली जाना गाना गाकर दर्शकों का खूब मनोरजन किया। चौथी संध्या पहाड़ी नाटी के नाम रही। नाइट के दौरान कृतिका तंवर, कुलदीप शर्मा व हेमंत शर्मा ने एक से बढ़कर गानों की प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

पहाड़ी कलाकार कुलदीप शर्मा ने सबसे पहले गुरु वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने हिमाचल बड़ा बाका, डीजे पादी लागी नाटी, नाटी किंग दे ठिकाने वलिये, रोहड़ू जाना मेरी अमिये, मेरी मोनिका, कुल्लू-मनाली लगा मेला व अन्य बेहतर गाने गाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इस संध्या में नई उभरती कलाकार कृतिका तंवर ने दर्शकों को रिज पर एकत्रित दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। उनका दर्शकों ने तालियों से स्वागत किया। कृतिका ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत फिल्मी गानों के साथ की। उन्होंने सबसे पहले गाने की शुरुआत हंसी बन गए से की। इसके बाद सोच न सके, कबीरा, झूम झूम बाबा, कजरा मोहब्बत वाला व अन्य फिल्मी गाने गाए। इसके साथ ही कृतिका ने पंजाबी गाने गाए। कृतिका तंवर ने पहाड़ी गानों की शुरुआत होवे लालिये हो, शका लगा जैसे गानों से की।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *