राजदूतों के एक प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री से भेंट, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश संभावनाओं पर हुई चर्चा

  • प्रदेश में वायु एवं रेल संपर्क मार्गों पर की चर्चा
  • मुख्यमंत्री ने राजदूतों का हिमाचली शॉल व टोपी भेंटकर किया स्वागत
  • प्रदेश दौरे का मुख्य उद्देश्य राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद निवेश क्षमताओं को अंतिम रूप देना तथा विभिन्न देशों से उद्यमियों को प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना : नवतेज सिंह सरना
  • प्रतिनिधिमंडल अपने दौरे के दौरान 3 जून को चायल में स्थानीय किसानों तथा पर्यटन विभाग के प्रतिनिधियों से करेगा परिचर्चा

शिमला : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से आज यहां प्रदेश में उद्योग, पर्यटन, ऊर्जा, स्वास्थ्य, खाद्य प्रसंस्करण एवं अधोसंरचना जैसे क्षेत्रों में निवेश संभावनाएं चिन्हित करने के उद्देश्य से इंग्लैंड में भारत के उच्चायुक्त नवतेज सिंह सरना के नेतृत्व में राजदूतों के एक समूह जिसमें चैक गणराज्य में भारत के राजदूत किशन कुमार, नाईजर में भारत के राजदूत आर.एस. मल्होत्रा और सीरिया में भारत के राजदूत मनमोहन सिंह भनोट ने भेंट की। इस दौरान प्रदेश में वायु एवं रेल संपर्क मार्गों पर भी चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री ने राजदूतों का स्वागत किया तथा हिमाचली शॉल व टोपी भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में पर्यटन व उद्योग क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए विभिन्न पगों बारे भी अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि तथा बागवानी पर निर्भर है। उन्होंने छोटी खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां स्थापित करने पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मुख्य उददेश्य प्रदेश मे औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देना है और प्रदेश सरकार द्वारा उद्यमियों को राज्य में निवेश करने के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रदान किए जा रहे हैं।

नवतेज सिंह सरना ने कहा कि दल का प्रदेश दौरे का मुख्य उद्देश्य राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद निवेश क्षमताओं को अंतिम रूप देना तथा विभिन्न देशों से उद्यमियों को प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों व औद्योगिक प्रतिनिधियों के साथ बैठकें तथा परिचर्चाएं की। उन्होंने राज्य के योजना, कृषि, बागवानी, वन, लोक निर्माण, शिक्षा, राजस्व, शहरी विकास एवं नगर नियोजन के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा, उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ भी बैठकें तथा विचार विमर्श किया ताकि वे प्रदेश की सामाजिक-आर्थिक स्थिति से परिचित हो सकें। प्रतिनिधिमंडल अपने दौरे के दौरान 3 जून को चायल में स्थानीय किसानों तथा पर्यटन विभाग के प्रतिनिधियों से परिचर्चा करेगा। मुख्य सचिव वी.सी. फारका तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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